शक्की पति के हाथो मारी गई इसकी किस्मत देखिये ! अंतिम यात्रा के लिए न चार कंधा  मिला और न मुखाग्नि, कलप रहे है बच्चे !

शक्की पति के हाथो मारी गई इसकी किस्मत देखिये ! अंतिम यात्रा के लिए न चार कंधा  मिला और न मुखाग्नि, कलप रहे है बच्चे !