रांची(RANCHI): मुड़मा कुष्टाश्रम परियोजना के तहत 250 कुष्ठ रोगियों को हेमन्त सोरेन ने घर की चाभी सौंपी है. हेमन्त सोरेन ने कुष्ठ कॉलोनी का विधिवत उद्घाटन किया. कुष्ठश्रम में सभी सुविधाएं उपलब्ध है. कह सकते है जैसा सपनो का घर किसी का होता वह सारी सुविधाएं इस घर मे मौजूद है.अब कुष्ठ रोगियों को सड़क रहने की जरूरत नहीं पड़ेगी. लॉटरी के जरिये शुरुआत में 250 लोगों को घर दिया गया. इसके आगे भी अन्य लोगों को घर देने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है.
इस घर को बनाने में 13 लाख रुपये की लागत लगी है. जिसमें 11 लाख रुपये राज्य सरकार भुगतान कर रही है. बाकी बचे पैसे प्रधानमंत्री आवास योजना के द्वारा किया गया है. इस कॉलोनी में हर सुविधा देने की कोशिश है. साथ ही इस कॉलोनी में रहने वाले लोगों के स्किल के हिसाब से काम देने की भी योजना है. कॉलोनी में स्वास्थ्य सुविधाओं को देखते हुए एक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर भी बनाया गया है.
इस मौके पर हेमन्त सोरेन ने कहा कि इस कॉलोनी को निर्मल कॉलोनी के नाम से जाना जाएगा. सरकार सभी वर्ग के लोगों के लिए काम कर रही है. किसी भी कीमत पर कोई पीछे ना छूटे यह सुनिश्चित कर रहे है. कोरोना के समय सरकार ने किस तरह से काम किया किसी से छुपा नहीं है. जीवन और जीविका दोनों को बचाना था. एक चुनौती के रुप में इसे लेकर सरकार ने काम किया. इस दौरान दो मंत्री चले गए. पूरी दुनिया इस बीमारी से परेशान हो गई थी, लेकिन झारखंड ने मजबूती से काम लिया. झारखंड के लोगों को बचाने की जिम्मेवारी उनकी थी. जिसे देखते हुए गांव और शहर दोनों जगह देखने का काम किया. झारखंड एक ऐसा राज्य है जहां अगर दिन में कोई काम न करें तो रात में चूल्हा नहीं जलता है, लेकिन कोरोना में सभी को बचाया. घर तक बना हुआ खाना पहुंचाने का काम किया है.
रिपोर्ट-समीर हुसैन
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