रांची(RANCHI): राजधानी रांची में ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ पुलिस ने किया है जो फर्जी तरीके से जमीन की खरीद बिक्री किया करते थे. इस काम के लिए बाकायदा फर्जी पेपर भी इन बदमाशों ने तैयार कर रखा था जिससे आसानी से लोगों को चूना लगाया जा सके. इसकी सूचना पुलिस को मिलते ही रांची पुलिस ने फर्जी कागजात के आधार पर जमीन को धड़ल्ले से बेचने वाले और दबंगई करने वाले इस गिरोह का पर्दाफाश कर ही लिया. पुलिस के अनुसार ये ठग किसी भी प्लॉट को दिखाकर बहुत नाटकीय तरीके से उसे अपना या अपने लोगों का बता कर उसका लोगों से सौदा किया करते थे. उसके बाद डुप्लीकेट कागजात बनाकर उसे ऊंचे दामों मे बेच दिया करते थे. इस फर्जीवाड़े मे इस गिरोह के हाथों कई लोग फँसकर अपना पैसा गंवा चुके है. पुलिस को सूचना मिलने के बाद हुई कारवाई मे रांची पुलिस ने इस गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया.
रजिस्ट्री शुल्क तक के पैसे डकार जाते थे ये ठग
बता दें कोतवाली थाना की पुलिस को ऐसी जानकारी एक आवेदन के माध्यम से मिली उसके बाद पुलिस ने मामले की छानबीन की और सक्रियता से कार्रवाई हुई. इस इस मामले की पोल खुलने के बाद ये बात भी सामने आई कि कई बार तो ऐसा होता था कि जमीन की रजिस्ट्री और अन्य शुल्क के पैसे बचा लिया जाता था और फर्जी कागज दे दिया जाता था. फर्जी तरीके से जमीन खरीदने और बेचने के मामले में पुलिस ने तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है.
तीन लोग गिरफ्तार, कई खुलासों की संभावना
मालूम हो कि रांची में जमीन से संबंधित धोखाधड़ी का मामला कोई पहला नहीं है इससे पहले भी सीएनटी एक्ट को धता बता कर फर्जी तरीके से जमीन की खरीद बिक्री के कई मामले देखे गए है. ऐसे लोग कचहरी का आसपास बहुत सक्रिय देखे जाते हैं. जो की उन लोगों को अपना निशान बनाते है जो रांची के बाहर से दिखाई पड़ते है. और सस्ती या अच्छी जमीन का हवाला देकर फर्जी कागजातों के जरिए लोगों से लाखों की ठगी कर जाते है. बहरहाल पुलिस के अनुसार फर्जीवाड़ा और लोगों को चूना लगाने के मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में हकीमुल अंसारी, मोहम्मद सद्दाम और मंसूर अंसारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनके पास से कई फर्जी कागजात भी बरामद हुए हैं. पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है कई और मामले का खुलासा हो सकता है.
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