धनबाद(DHANBAD): मुंबई ,दिल्ली में रह रहे हैं और होली में धनबाद आने की इच्छा है, तो ट्रेन से तो अब यह संभव नहीं होगा . हां,तत्काल टिकट का इंतजार कर सकते है. अगर आप पूर्व में ही रिजर्वेशन करा लिए हों ,तब तो ठीक. अगर हवाई मार्ग से भी आने की इच्छा रखते हो तो पॉकेट का बोझ दोगुना या इसे अधिक भी बढ़ सकता है. दिल्ली ,मुंबई, राजस्थान से धनबाद आने वाली ट्रेन होली तक फुल हो चुकी है. दिल्ली से आने वाली हावड़ा और सियालदह राजधानी की सभी श्रेणियां 18 मार्च से होली तक फुल है. पूर्वा और नेताजी एक्सप्रेस के स्लीपर क्लास में वेटिंग 100 से ऊपर चल रहा है. पूर्वा में 22 मार्च को नो रूम है. सियालदह दुरंतो में भी वेटिंग है. अजमेर सियालदह मदार कोलकाता में भी बर्थ उपलब्ध नहीं है. मुंबई हावड़ा मेल 18 से 24 मार्च तक फुल हो गई है. जबलपुर से आने वाली शक्तिपुंज में 18 से 24 तक वेटिंग है. पहले से टिकट बुक नहीं करने वालों के लिए अब तत्काल या सड़क अथवा हवाई मार्ग ही विकल्प है. वैसे हवाई जहाज का किराया भी आसमान छू रहा है.
18 से 25 मार्च तक हवाई किराया भी आसमान छू रहा
दिल्ली से धनबाद आने के लिए ट्रेन में टिकट नहीं मिलने पर उनके लिए हवाई मार्ग का विकल्प रहता है. लेकिन दिल्ली से रांची, दुर्गापुर और देवघर का हवाई किराया भी 18 से 25 मार्च तक आसमान छू रहा है. धनबाद में एयरपोर्ट नहीं रहने के कारण यहां आने वाले लोग रांची, दुर्गापुर अथवा देवघर उतरते हैं और वहां से धनबाद आते हैं. धनबाद को मिनी बिहार कहा जाता है. यहां बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों की संख्या अधिक है. होली में बहुत से लोग अपने पैतृक गांव जाते हैं तो बहुत से लोग जो परिवार से दूर बड़े शहरों में रहते हैं, वह होली के मौके पर धनबाद आना चाहते हैं. लेकिन ट्रेनों में जगह नहीं है, हवाई किराया भी महंगा है, जिनकी आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है ,उन्हें अब तत्काल टिकट पर ही भरोसा है. वैसे कोयलांचल होली के रंग में रंगने लगा है .पलाश के टस टस लाल फूलों से प्रकृति ने भी श्रृंगार कर लिया है. प्रकृति की खूबसूरती बता रही है कि होली आ गई है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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