धनबाद(DHANBAD):ये कोई दामोदर नद या पंचेत डैम और टुंडी की खुदिया नदी का दृश्य नहीं है. बल्कि ये धनबाद शहर का नजारा है. जहां हल्की बारिश में भी शहर कैसे डूब जाता है, इसका ये जीता जागता प्रमाण है. पानी में चलते हुए जो व्यक्ति दिख रहे हैं ,वो कोई सामान्य आदमी नहीं हैं. मोहल्ले के भी नहीं हैं.जनता के वोटो से चुने गए विधायक हैं राज सिन्हा है. राज सिन्हा के साथ, जो व्यक्ति दिख रहे हैं ,वो भी वार्ड नंबर 20 के पार्षदअशोक पाल हैं. फिलहाल निगम भंग है, इसलिए वो पूर्व पार्षद हो गए हैं.
बारिश में डूबा कोयलांचल!
गुरुवार की रात से धनबाद में जोरदार बारिश हुई. बारिश ने तो शहर की सूरत बिगाड़ ही दी. निचले कई इलाके पानी में डूब गए. लोगों ने विधायक से संपर्क किया. विधायक अपने वोटरों का सम्मान रखने उनके इलाके में पहुंचे. लेकिन कर भी क्या सकते थे. नगर आयुक्त से फोन पर जरूर बात की और समाधान खोजने को कहा. विधायक जिस इलाके में पहुंचे वह बिशुनपुर टीचर्स कॉलोनी और नावाडीह का निचला इलाका है. यह तो हुई निचले इलाके की बात, लेकिन धनबाद से बरवाअड्डा सड़क का हाल तो मत पूछिए. सड़क पर पानी लबालब भरा हुआ है. यह समस्या एक दिन की नहीं है. लेकिन इसका समाधान अभी तक नहीं निकल पाया है.
जब शहर की बिगड़ी सूरत, तो लबालब पानी में उतरे विधायकजी
आपको बता दें कि ये इलाका पठारी क्षेत्र माना जाता है. यहां पानी बहुत देर रुकता नहीं है, लेकिन जल निकासी के रास्तों को किसी ने किसी ढंग से बाधित किया गया है. नतीजा सामने है. जब बारिश होती है तो निचले इलाके में रहने वाले लोगों का कलेजा कांपने लगता है. कब किसके घर में पानी प्रवेश कर जाए, कहा नहीं जा सकता है. जब तेज बारिश होती है तो जालान अस्पताल के सामने की सड़क पर भी पानी भर जाता है. लोगों का चलना कठिन हो जाता है. यह है झारखंड के आर्थिक राजधानी धनबाद का हाल. सावन में तो मौसम सुखा सुखी का रहा लेकिन भादो में थोड़ी वर्षा हुई है. लेकिन इसी वर्षा ने धनबाद को तबाह कर दिया है. विधायक को पानी भरे इलाके में घूमने को मजबूर कर दिया. ऐसी बात नहीं है कि इसी बरसात में यह हाल हुआ है. पिछले साल भी लगभग यही स्थिति थी. मतलब साल भर में भी पानी निकासी का रास्ता नहीं खोजा जा सका है.यह है विकास के कार्यों की गति.
रिपोर्ट- धनबाद ब्यूरो
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