धनबाद (DHANBAD) : कोयलांचल में किसी को धमकाने के लिए फायरिंग करना अपराधियों के लिए बाएं हाथ का खेल हो गया है. सिंदरी अनुमंडल क्षेत्र में 24 घंटे के भीतर फायरिंग की दूसरी घटना सामने आई है. पहली घटना में घायल को गंभीर हालत में दुर्गापुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि दूसरी घटना सोमवार की देर शाम की है. बता दें कि हिंदुस्तान उर्वरक और रसायन लिमिटेड, हर्ल के एचआर हेड विक्रांत कुमार के आवास पर बाइक सवार दो अपराधियों ने लगभग चार राउड गोलियां चलाकर सनसनी फैला दी. सूचना पर घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने मौके से तीन खोखे और एक कारतूस बरामद किया है.
जानिए पूरा घटनाक्रम
हर्ल के अधिकारी रोहड़ा बांध के आवास में रहते हैं. गोलीबारी में कोई चोटिल नहीं हुआ है लेकिन पूरे सिंदरी इलाके में दहशत का माहौल कायम हो गया है. घटना के समय एचआर हेड विक्रांत कुमार ऑफिस में थे. घर में उनकी पत्नी और बच्ची थी. पत्नी ने घर का दरवाजा बंद कर सूचना दी. इसके बाद सूचना पाकर पुलिस पहुंची, तब तक हमलावर भाग गए थे. घटनास्थल से तीन खोखे और एक कारतूस बरामद किए गए हैं. हमलावर गाली देते हुए विक्रांत को खोज रहे थे. कह रहे थे कि निकलो, जान मार देंगे. विक्रांत कुमार के अनुसार बाइक सवार दो अपराधी पहुंचे, युवकों ने गेट से ही चिल्लाना शुरू कर दिया. कह रहे थे कि विक्रांत कहां है ,बाहर निकलो गोली मार देंगे और गालियां दे रहे थे. डर से पत्नी बच्ची को लेकर घर में घुस गई .इसके बाद फोन पर सूचना दी.
सिंदरी से उत्पादन शुरू होने पर खुश थे लोग, लेकिन रंगदार की नज़र इस पर भी पड़ गई
हाल के दिनों में नौकरी सहित अन्य मुद्दों को लेकर हर्ल प्रबंधन कुछ लोगों के निशाने पर है. हर्ल अधिकारी के आवास पर फायरिंग की यह पहली घटना है. सिंदरी में उत्पादन शुरू होने के साथ ही लोगों की गिद्ध दृष्टि इस कारखाने पर पड़ गई है. कभी नौकरी के नाम पर तो कभी मुआवजे के नाम पर तो कभी ट्रांसपोर्टिंग का काम लेने के लिए आंदोलन किए जा रहे हैं. नतीजा है कि कंपनी फुल स्पीड में उत्पादन शुरू नहीं कर पा रही है. इधर, सिंदरी खाद कारखाने में रविवार 10 से पुनः नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन शुरू हुआ. इससे पूर्व पिछले वर्ष 7 नवंबर को यूरिया और अमोनिया का उत्पादन शुरू हुआ था. मात्र 3 दिन ही प्रोडक्शन हुआ. प्रबंधन की माने तो राजनीतिक दलों के धरना, प्रदर्शन और चक्काजाम आंदोलन के कारण उत्पादन रोक दिया गया था. लेकिन अमोनिया का का उत्पादन जारी था. वहीं नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन रविवार रात 10 बजे से फिर से शुरू किया गया है. सोमवार की शाम तक 700 मेट्रिक टन यूरिया का उत्पादन कर लिया गया था. देखना है आगे धनबाद के रंगदार कारखाने को चलने देते हैं या राजनीतिक रंगदारी फिर से शुरू करते हैं. अब तो अपराधी भी फायरिंग करने लगे हैं. ऐसी स्थिति में कारखाने का भविष्य क्या होगा, यह सोचने वाली बात होगी. सिंदरी से उत्पादन शुरू हुआ था तो लोगों में काफी खुशी हुई थी. भरोसा जगा था कि धनबाद की सिंदरी एक बार फिर सुंदरी बन जाएगी, लेकिन जिस तरह से यह सब काम किया जा रहा है ,उससे लगता नहीं कि कारखाना अपनी पूरी क्षमता के साथ उत्पादन कर पाएगा. और अगर कारखाना उत्पादन नहीं कर पाया तो यह धनबाद के लिए काला दिन होगा. यहां के प्रशासनिक अधिकारी सहित जनप्रतिनिधि भी सवालों के घेरे में आएंगे.
रिपोर्ट : सत्यभूषण सिंह, धनबाद
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