रांची(RANCHI): झारखंड में विधानसभा का चुनाव चल रहा है. सभी लोग कुछ ना कुछ चुनावी चर्चा कर रहे हैं. जो आपकी मांग मनवाना चाहते हैं वह भी सक्रिय हो गए हैं अलग-अलग सामाजिक संगठन और सम ऊ लगे हुए हैं.बड़ी संख्या में असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्वा सरमा और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात किया और उनसे बहुत सारी बातें की.युवाओं ने साफ तौर पर इन दोनों नेताओं को संदेश दे दिया है.
बड़ी संख्या में युवाओं का समूह पहुंचा आवास
बड़ी संख्या में युवा यानी वैसे लोग जो प्रतियोगी परीक्षा में सफल होने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं, पर सफल नहीं हो पा रहे हैं. झारखंड के ये युवा सरकारी नौकरी पाने के लिए मेहनत तो कर रहे हैं लेकिन भ्रष्टाचार के कारण उनकी प्रतिभा कुंठित हो जा रही है.जो भी नियुक्ति परीक्षा होती है, उनमें या तो पेपर लीक हो जाता है या फिर अन्य तरह के भ्रष्टाचार सामने आ जाते हैं.
ऐसे पीड़ित और दुखी युवा जो अभ्यर्थी भी हैं ,वे भाजपा कार्यालय के पीछे भाड़ा पर लिए गए आवास पहुंच गए और असम के मुख्यमंत्री और झारखंड विधानसभा चुनाव के सह प्रभारी हिमंता विश्वा सरमा और केंद्रीय मंत्री एवं झारखंड विधानसभा चुनाव में प्रभारी शिवराज सिंह चौहान से मिलना चाहा. वैसे तो ये युवा पहले भी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी से काटकर अपनी मांग रखी थी. इस युवा समूह ने भाजपा से कहा है कि वह वादा करें कि अगर सरकार झारखंड में बनती है पेपर लीक मामले की सीबीआई से जांच हो और फिलहाल जेएसएससी सीजीएल परीक्षा के रिजल्ट प्रकाशन पर रोक लगाने के लिए पहल करें.असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में भारत निर्वाचन आयोग को पत्र लिखेगा.भाजपा की सरकार बनते ही 10 मिनट के अंदर सीजीएल परीक्षा रद्द कर जांच का आदेश दिया जाएगा. बैठक में नियुक्ति की प्रक्रिया से संबंधित प्रस्ताव पारित किए जाएंगे. भाजपा नेता ने कहां की घोषणा पत्र में नियुक्ति संबंधित विषय निश्चित रूप से रहेगा और भाजपा से पूरा करेगी.
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