धनबाद(DHANBAD) | रांची के धुर्वा क्षेत्र में 656 एकड़ जमीन पर विकसित हो रही रांची स्मार्ट सिटी में झारखंड के निवेशकों को ज्यादा से ज्यादा मौका मिले, इसके लिए रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन ने बुधवार को धनबाद के धनबाद क्लब में इन्वेस्टर्स मीट किया गया. रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन के सीईओ अमित कुमार ने धनबाद के निवेशकों से रांची स्मार्ट सिटी के विकास में भागीदार बनने का आग्रह करते हुए कहा कि निजी इन्वेस्टमेंट से इस भूखंड का विकास करना राज्य सरकार का उद्देश्य है. इसलिए यहां आवासीय भूखंड से एक तिहाई मूल्य पर इंवेस्टर को जमीन उपलब्ध कराई जा रही है. यह लोगों की आकांक्षा और अपेक्षा को पूरा करेगा. उन्होंने कहा कि रांची स्मार्ट सिटी ने चौथे चरण की ई - ऑक्शन की प्रक्रिया शुरू की है. इसके तहत इसमें भाग लेने के लिए 7 अक्टूबर तक बिड जमा किया जा सकेगा.
इस चरण में कुल 36 प्लॉट्स की होगी नीलामी
इस चरण में कुल 36 प्लॉट्स है. जिनमें इंस्टीट्यूशनल, कमर्शियल, मिक्स यूज, पब्लिक व सेमी पब्लिक प्रकृति के बड़े प्लॉट्स उपलब्ध है. इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टमेंट को प्राथमिकता देने के लिए 21% भूखंड रखा गया है. प्रोजेक्ट को ग्रीनफील्ड के रूप में विकसित करने के लिए 37% जमीन ग्रीन एरिया के लिए रखी गई है. पूरी 656 एकड़ जमीन आपस में जुड़ी हुई है. यहां पर कई तरह की संरचनाएं बनकर तैयार है. इनमें कनेक्टेड सड़क, साइकिल ट्रैक, स्मार्ट स्ट्रीट लाइट, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, 12 एमएलडी का वाटर रेजरवॉयर , गैस इंसुलेटेड पावर स्टेशन के साथ एक शहर की सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी. स्मार्ट सिटी में अंडरग्राउंड वायरिंग, ड्रेनेज सिस्टम, गैस पाइपलाइन, ओपटिकल फाइबर के अलावा भविष्य को देखते हुए एक्स्ट्रा डक्ट भी रखा गया है. उन्होंने बताया कि इसके ई - ऑक्शन में भाग लेने की प्रक्रिया सरल एवं पारदर्शी है. भुगतान का तरीका भी लचीला है. इन्वेस्टर को 5 साल में वहां काम करके दिखाना है. इंवेस्टर के कार्य को सरल और सुचारू रूप से संपन्न करने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम लागू की गई है. इन्वेस्टर्स को संबोधित करते हुए उपायुक्त वरुण रंजन ने कहा कि भविष्य के बिजनेस प्लान को साकार करने का स्मार्ट सिटी रांची में सुनहरा अवसर मिलेगा.
बिजनेस हब का एक डेडीकेटेड शहर
बिजनेस हब के लिए यह एक डेडीकेटेड शहर बनेगा. एक स्थान पर सारा सहयोग उपलब्ध रहेगा. उपायुक्त ने कहा कि रांची स्मार्ट सिटी में ऑर्गेनाइज्ड ग्रोथ देखने को मिलेगा. यहां तीव्र गति से विकास होगा. स्मार्ट सिटी में आधुनिक स्टेट ऑफ द आर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार होंगे. इन्वेस्टर्स को पहले दिन से ही सभी प्रकार का सहयोग प्रदान किया जाएगा. वरीय पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार ने कहा कि रांची स्मार्ट सिटी वर्ल्ड क्लास सिटी बन रहा है. यहां आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल से संपूर्ण क्षेत्र में सुरक्षा के इंतजाम रहेंगे. इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर से पूरे क्षेत्र में विशेष नजर रखी जाएगी. रांची स्मार्ट सिटी के महाप्रबंधक राजेश कुमार नंद ने कहा कि अभी ई - एक्शन का चौथा चरण चल रहा है. रांची को नॉलेज हब के रूप में विकसित करना स्मार्ट सिटी का उद्देश्य है. यह 1000 करोड़ रुपए की योजना है. इसमें केंद्र एवं राज्य सरकार की 50 - 50 प्रतिशत हिस्सेदारी है. स्मार्ट सिटी के विकास पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि यहां से दो नदियां पार कर रही है, जिन के किनारे रिवर फ्रंट विकसित किया जाएगा.
ग्रीनफील्ड एरिया तैयार के लिए तीन लाख पौधरोपण
ग्रीनफील्ड एरिया तैयार करने के लिए तीन लाख पौध रोपण किया जा रहा है. इसके अलावा स्मार्ट सिटी में इको पार्क, कमर्शियल पार्क, सीनियर सिटीजन
एरिया, इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, पब्लिक बाइसिकल शेयरिंग सिस्टम के अलावा सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी. अबतक के तीन चरण के ई - ऑक्शन प्रक्रिया में करीब एक दर्जन बड़े प्लॉट्स का ऑक्शन हो चुका है. कार्यक्रम के समापन पर नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया. कार्यक्रम में रांची स्मार्ट सिटी के सीईओ अमित कुमार, उपायुक्त वरुण रंजन, वरीय पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार, रांची स्मार्ट सिटी के महाप्रबंधक राजेश कुमार नंद, नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार के साथ-साथ उद्योगपति सुरेंद्र कुमार सिन्हा, झारखंड इंडस्ट्रीज एंड ट्रेड एसोसिएशन के राजीव शर्मा, बिल्डर एसोसिएशन के बिनय कुमार सिंह, फेडरेशन ऑफ जिला चैंबर ऑफ़ कॉमर्स के चेतन गोयनका, सीए सह मारवाड़ी विकास ट्रस्ट के अनील मुकीम, पुराना बाजार चेंबर के अजय नारायण लाल, उद्योगपति नंदलाल अग्रवाल, क्रेडाई के अमरेश सिंह, मनोज मोदी, बैंक मोड़ चैंबर ऑफ़ कॉमर्स के प्रमोद गोयल, लोकेश अग्रवाल के अलावा बड़ी संख्या में इन्वेस्टर्स मौजूद थे.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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