रांची (RANCHI): भाजपा के सचिवालय घेराव कार्यक्रम में हुए पत्थरबाजी और लाठीचार्ज के बाद राजनीतिक बयानबाजी शुरू है. भाजपा और महागठबंधन आमने सामने है. इस दौरान झामुमो ने पत्थरबाजी पर सवाल उठाते हुए गृह मंत्री से पूछा की यह पत्थरबाज कहां से पहुंचे हैं. इसी कड़ी में सुप्रियो भट्टाचार्य ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि धुर्वा इलाके में कल दो हाट लगा था.एक शालिमर बाज़ार में साप्ताहिक हाट और दूसरा प्रभात तारा मैदान में राजनीतिक बौखलाहट. दोनों बाज़ार की लगभग एक किलोमीटर को दूरी थी. एक बाज़ार शालिमर बाजार में शांति प्यार था तो वहीं दूसरी ओर प्रभात तारा में बौखलाहट और हिंसा दिख रही थी. आम तौर पर किसी राजनीतिक दल के रैली में किसी मुद्दे को लेकर राजनीतिक नारे लगाए जाते थे. लेकिन कल भाजपा के रैली में धार्मिक नारे लगाए जा रहे हैं. उनकी तरफ से सीधा लोकतंत्र को खत्म करने का नारा लगाया गया. ये धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचने वाले नारे थे.
निशिकांत दुबे के बयान पर भड़के सुप्रियो
इस दौरान सुप्रियो भट्टाचार्य ने निशिकांत दुबे पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि सांसद निशिकांत दुबे ने जो भाषण दिया वो सीधे लोकतंत्र की हत्या है. लोकपाल के मामले में 13 अप्रैल को हेमन्त सोरेन के पूरे परिवार को जेल में डालने का काम करेंगे. यह लोकपाल एक संवैधानिक संस्था है लेकिन निशिकांत दुबे इसे अपने जेब में लेकर चल रहे है. इसके अलावा निशिकांत दुबे ने कहा कि हम लोकसभा के साथ झारखंड में विधानसभा का भी चुनाव कराएंगे. हम चुनाव आयोग पर दबाव बना कर दोनों चुनाव को एक साथ करा कर दिखाएंगे. इस बयान पर सुप्रियो ने सांसद माफी मांगने की बात कही हैं नहीं तो परिणाम स्वरूप वो कोर्ट में इन्हें घसीटने का काम करेंगे.
आंदोलन पर उठाया सवाल
सुप्रियो भट्टाचार्य ने आंदोलनकारियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि आंदोलन में आम तौर पर नारेबाजी किसी के विरोध में होती है, कार्यकर्ता के हाथों में तख्ती होती है.लेकिन इनके प्रदर्शन में खाली बोतल और पत्थर लोग लेकर पहुंचे थे. पत्थर बाजी में दर्जनों पुलिस कर्मी घायल हुए है.इस मामले में गृह मंत्री से सवाल पूछा कि यह पत्थर बाज कहां से आये थे.इसका क्या कनेक्शन है. ये टुकड़े टुकड़े गैंग के लोग कहाँ से आये थे. इतना ही नहीं सुप्रियो ने ये भी कहा कि इनके पास सिर्फ पत्थर और बोतल नहीं अवैध हथियार भी थे. यह लोग पत्थर चला कर मौन रहने का नाटक कर रहे है.काला दिवस मनाया जा रहा है.जिनके दिल काले, मुह काले, काम काले, यह काल दिवस क्या मना रहे है.
लोग अब इनके कार्यक्रम में नहीं होते शामिल
इनके कार्यक्रम में सारे लोग नहीं जुटे .गोड्डा से पहले ही हमने बताया था की दो हजार लोग आएंगे लेकिन यहाँ तो उसके भी आधा पहुंचे है. इनके कार्यक्रम में अब लोग शामिल नहीं होना चाहते है. सुप्रीयो ने कहा कि अब इनके कार्यक्रम होंगे तो पहले से ही तैयारी कर के रखना होगा. इन्होंने चेतावनी भी दिया कि पत्थरबाजों संभाल जाओ,हमारे पास तीर कमान है.
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