झामुमो महासचिव व दुमका कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता का निधन, सीएम हेमंत ने जताया शोक

दुमका(DUMKA): झामुमो महासचिव सह दुमका कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता विजय कुमार सिंह अब इस दुनिया में नहीं रहे. आज सोमवार की सुबह शहर के न्यू केयर हॉस्पिटल में उनका निधन हो गया. कुछ समय से वे बीमार चल रहे थे. वहीं, उनकी मौत से दुमका में शोक की लहर है. कुम्हार पाड़ा स्थित अधिवक्ता के आवास में उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. राज्य के सीएम हेमंत सोरेन ने भी वरिष्ठ अधिवक्ता के निधन पर शोक जताया है.
आदरणीय बाबा के आंदोलन के साथी, वरिष्ठ अधिवक्ता, झामुमो परिवार के स्तंभ और मेरे अभिभावक स्वरूप आदरणीय श्री विजय सिंह जी के निधन की खबर से अत्यंत मर्माहत हूं।
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) December 16, 2024
सौम्य और सरल स्वाभव के धनी आदरणीय विजय जी ने झामुमो परिवार और दुमका की जनता की सेवा के लिए अपना पूरा जीवन लगा दिया था।… pic.twitter.com/zeZKcGHOHk
अलग झारखंड राज्य निर्माण के आंदोलन में निभाई अहम भूमिका
विजय कुमार सिंह अलग झारखंड राज्य निर्माण के लिए चलाए गए आंदोलन में कूद गए. आखिरकार अलग झारखंड राज्य का निर्माण हुआ. इसके बाद झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन से प्रभावित होकर वे राजनीति में कूदे, लेकिन कभी भी पद की लालसा नहीं की. इसके बावजूद पार्टी ने उन्हें महासचिव के पद पर बैठाए रखा.
गुरुजी के विश्वासपात्र बने रहे विजय
झामुमो में वह सबके चाचा बन कर रहे. सीएम हेमंत और विधायक बसंत सोरेन भी उन्हें चाचा कहकर संबोधित करते थे. जब भी दिसोम गुरु शिबू सोरेन के विश्वासपात्रों का जिक्र होगा तो उसमें एक नाम विजय कुमार सिंह का जरूर रहेगा. गुरुजी जब भी कभी दुमका आते, विजय कुमार सिंह वकालत जैसे पेशे को दरकिनार कर परछाई की भांति गुरुजी के साथ रहते. मंच चाहे राजनीतिक हो या सामाजिक या फिर प्रशासनिक, हर मंच पर गुरुजी के साथ वाली कुर्सी विजय कुमार सिंह के लिए सुरक्षित रही.
समय के पाबंद विजय सिंह सामाजिक गतिविधियों में बढ़-चढ़ कर लेते थे भाग
विजय सिंह ताउम्र समय के पाबंद रहे. अनुशासन प्रिय होने के साथ-साथ उनकी वाक पटुता के कायल सभी रहे. सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़ कर भाग लेते थे. कई खेल संगठनों से जुड़कर खेल के क्षेत्र में दुमका का नाम कैसे रोशन हो इसके लिए प्रयासरत रहते थे. आज विजय सिंह के जाने का गम हर आम व खास में है.
रिपोर्ट: पंचम झा
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