रांची(RANCHI): वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट पेश हो चुका है. सीएम हेमंत ने इस बजट को ऐतिहासिक बताया टो वहीं विपक्ष इस बजट को खानापूर्ति बजट बता रहा है. बजट के बाद झामुमो की ओर से प्रेस वार्ता किया गया. इस प्रेस वार्ता में झामुमो के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पहली बार राज्य में एक लाख करोड़ से ज्यादा का बजट पेश किया गया है. बजट पहली बार शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास और किसान के फायदा के लिए एक खास लक्ष्य के साथ लाया गया है.
2017 में रघुवर दास सरकार ने सबसे कम शिक्षा पर 6 प्रतिशत रखा था, भाजपा के लोगों का काम शिक्षा के मंदिर को बंद करने का था. लेकिन हमारी सरकार ने 12 प्रतिशत से अधिक भाग बजट में शिक्षा को दिया है. सरकार ने शिक्षा, कृषि, कल्याण, ऊर्जा, स्वास्थ्य और पर्यटन में ध्यान दिया है. हमने एक लाख 16 हजार 418 रुपये में आधा से ज्यादा बजट का पैसा ग्रामीण इलाकों के लिए लाया है.
ग्रामीण इलाकों के बुनियादी चीजो को ध्यान में रख कर बजट पेश किया गया
उन्होंने आगे कहा कि केवल ठेकेदारी के लिए बड़े-बड़े भवन, डैम और अन्य कार्य करा कर लूटने की योजना थी. लेकिन हमारी सरकार ने ग्रामीण इलाकों के बुनियादी चीजो को ध्यान में रख कर बजट पेश किया. पहले का बजट पूंजीपति, ठेकेदारों को देख कर लाया जाता था. हमने उस समय में बजट पेश किया है जब देश आर्थिक संकट से जूझ रहा हो.
उन्होंने कहा कि 10 लाख हजार करोड़ रुपये पूंजीपतियों का केंद्र ने माफ कर दिया, इस पर सभी चुप हैं. RBI और सभी एजेंसी चुप थी, लेकिन न्यायालय ने मामले को संज्ञान में लेकर एक जांच कमिटी का गठन किया है.
रिपोर्ट: समीर हुसैन, रांची
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