रांची(RANCHI): झारखंड सरकार का कामकाज, योजनाओं के प्रति गंभीरता, सरकारी मशीनरी की कार्यशैली, उसके बजट खर्च से भी आंकी जाती है. वित्तीय वर्ष 2022 तक का बजट 1,01,101 करोड़ रुपए का था. राज्य के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने पिछले बजट सत्र में बहुत उत्साहित होकर इसे पेश किया था. जानवर दिसंबर 2022 तक सरकार ने बजट राशि का कितना प्रतिशत खर्च किया है.
सबसे बुरा हाल तो कृषि विभाग का
चलिए हम बताते हैं कि दिसंबर तक सरकार के विभिन्न विभागों ने जो पैसे लिए उसका कितना उपयोग किया. सबसे बुरा हाल तो कृषि विभाग का है जहां महज 9.42 प्रतिशत राशि खर्च हुई है. पर्यटन विभाग ने 7.93 प्रतिशत राशि खर्च की है. आपदा प्रबंधन विभाग ने एक पैसा नहीं खर्च किया है.
इन विभागों में इतना हुआ खर्च
कुछ प्रमुख विभागों के खर्च के संबंध में हम और बताते हैं. भवन निर्माण विभाग ने 55.82, ऊर्जा विभाग ने सबसे अधिक 96.22, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग 67.55, ग्रामीण विकास 36.24, पथ निर्माण विभाग 51.42,श्रम विभाग 52.69, जल संसाधन विभाग 44.50, आदिवासी कल्याण 67.10, महिला एवं बाल विकास विभाग ने 71. 54 प्रतिशत राशि खर्च की है.
57,259 करोड़ रुपए में से दिसंबर 2022 तक मात्र 25,305.52 करोड़ रुपए खर्च हुए
वर्तमान वित्तीय वर्ष के 3 महीने के कार्यकाल में सौ फ़ीसदी राशि खर्च करने की चुनौती हेमंत सरकार पर है. मूल बजट के ये आंकड़े हैं. इसके अतिरिक्त अनुपूरक बजट में राशि अलग से ली गई है. प्लान आउटले के तहत 57,259 करोड़ रुपए में से दिसंबर 2022 तक मात्र 25,305.52 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं.
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