धनबाद(DHANBAD) हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा शुक्रवार को हो गया. होना तो यह गुरुवार को ही था. लेकिन कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल का एक पत्र लीक कर गया. यह पत्र उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन को लिखी थी. नतीजा हुआ कि गुरुवार को विभागों का बंटवारा मंत्रियों के बीच टाल दिया गया. शुक्रवार को विभागों का बंटवारा तो कर दिया गया लेकिन कांग्रेस कोटे के मंत्रियों के विभागों में फेर बदल किया गया है. दीपिका पांडे सिंह को जो भी जो विभाग देने की अनुशंसा की गई थी, वह डॉक्टर इरफान अंसारी के हिस्से में चले आये है. और डॉक्टर इरफान अंसारी के हिस्से का मंत्रालय दीपिका पांडे सिंह के पास चला गया है. राधा कृष्ण किशोर के मामले में अधिक फेर बदल नहीं किया गया है. शिल्पी नेहा तिर्की को अनुशंसा के मुताबिक ही लगभग विभाग दिए गए है.
कांग्रेस कोटा के मंत्री राधा कृष्ण किशोर को वित्त ,वाणिज्य कर विभाग, योजना एवं विकास विभाग तथा संसदीय कार्य विभाग दिए गए है ,जबकि कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव ने राधा कृष्ण किशोर को वित्त, योजना एवं विकास, वाणिज्य कर, खाद्य आपूर्ति विभाग देने की अनुशंसा की थी. इसी प्रकार डॉक्टर इरफान अंसारी को स्वास्थ्य ,चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग, खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता विभाग एवं आपदा प्रबंधन विभाग दिए गए है.
जब कि केसी वेणुगोपाल की अनुशंसा की थी कि डॉक्टर इरफान अंसारी को ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य एवं पंचायती राज विभाग दिए जाए. इसी प्रकार दीपिका पांडे सिंह को ग्रामीण विकास विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज विभाग मिले है. जबकि उन्हें स्वास्थ्य ,चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण एवं संसदीय कार्य विभाग देने के अनुशंसा की गई थी. कांग्रेस कोटे की मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की को कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग मिला है. जबकि उन्हें कृषि, पशुपालन सहकारिता एवं आपदा प्रबंधन विभाग देने की अनुशंसा की गई थी. वैसे सभी मंत्रियों में विभागों का बंटवारा हो गया है. मंत्रियो में विभागों का अधिकार सीएम का होता है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पास कार्मिक ,प्रशासनिक सुधार एवं राजभाषा विभाग, गृह (कारा सहित) विभाग, पथ निर्माण विभाग, भवन निर्माण विभाग, मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग (संसदीय कार्य रहित) तथा वैसे सारे विभाग ,जो अन्य मंत्रियों को आवंटित नहीं है, रहेंगे. दीपक बिरुवा के पास राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग(निबंधन रहित ) के साथ परिवहन विभाग भी रहेंगे. मंत्री चमरा लिंडा के पास अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग(अल्पसंखयक कल्याण को छोड़कर ) रहेंगे. राजद के संजय प्रसाद यादव के पास श्रम, नियोजन ,प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग के साथ उद्योग विभाग रहेंगे. रामदास सोरेन के पास स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के साथ निबंधन विभाग रहेंगे.
हफीजुल हसन के पास जल संसाधन विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग रहेंगे. योगेंद्र प्रसाद के पास पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, उत्पाद एवं मध्य निषेध विभाग रहेंगे. सुदिव्य कुमार के पास नगर विकास एवं आवास विभाग, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग, पर्यटन, कला संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग रहेंगे. जो भी हो लेकिन मंत्रियों के बीच विभागों के बंटवारा हो जाने के बाद स्पष्ट हो गया है कि पिछली सरकार में कांग्रेस कोटे के मंत्रियों के पास जो विभाग थे, वह विभाग कांग्रेस कोटे के मंत्रियो के पास है. जबकि राजद कोट के मंत्री के पास जो विभाग थे, वह विभाग अभी भी राजद कोट के मंत्री के पास ही है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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