धनबाद(DHANBAD) | झारखंड के 2024 के लोकसभा चुनाव परिणाम से चाहे एनडीए खुश हो ले या इंडिया ब्लॉक, लेकिन दोनों को लोकसभा में विधानसभा वाइज आए वोट कुछ संदेश दे रहे है. यह संदेश एनडीए के लिए भी है तो इंडिया ब्लॉक के लिए भी. परिणाम इंडिया ब्लॉक को भी चेतावनी दे रहे है, तो एनडीए को भी सचेत कर रहे है. इंडिया ब्लॉक सचेत नहीं हुआ तो बाजी हाथ से निकल सकती है. वैसे आज दिल्ली में कांग्रेस की मैराथन बैठक होनी है. क्या रणनीति बनती है ,इसपर सबकी निगाहें रहेगी. यह बात अलग है कि पांच लोकसभा सीट जीत कर इंडिया ब्लॉक अपनी पीठ थपथपा रहा है तो 9 सीट जीतकर एनडीए भी जश्न मना रहा है. इस बीच झारखंड में जयराम महतो की पार्टी बड़ा फैक्टर बनकर उभरी है. गिरिडीह, धनबाद, हजारीबाग और रांची लोकसभा के 12 सीटों पर जयराम महतो की पार्टी का परफॉर्मेंस देखकर कहा जा सकता है कि विधानसभा चुनाव में इन 12 सीटों पर परिणाम में उलटफेर हो सकता है. लोकसभा चुनाव में विधानसभा सीटों के आंकड़े बता रहे हैं कि झारखंड के 81 सीटों में से 49 पर एनडीए को बढ़त मिली है, जबकि 26 पर इंडिया ब्लॉक को. पांच सीटों पर मुकाबला बराबरी का रहा है.
झारखंड की इन विधानसभा सीटों पर एनडीए को मिली है बढ़त
जिन सीटों पर एनडीए को बढ़त मिली है उनमें नाला, दुमका, जामा, सारठ , जरमुंडी, देवघर, पोडैया हाट , गोड्डा , कोडरमा, बरकट्ठा, धनवार, बगोदर ,जमुआ , गांडेय , बरही , बड़कागांव, रामगढ़, मांडू, हजारीबाग, सिमरिया, चतरा , लातेहार, गिरिडीह, गोमिया, बेरमो, बाघमारा, बोकारो, चंदन कियारी , सिंदरी, निरसा, धनबाद, झरिया, बहरागोड़ा, पोटका , जुगसलाई, जमशेदपुर पूर्वी, जमशेदपुर पश्चिमी, इचागढ़, सिल्ली , रांची, हटिया, कांके , सरायकेला, डाल्टनगंज, बिश्रामपुर, छतरपुर, हुसैनाबाद, भवनाथपुर, गढ़वा शामिल है.
झारखंड की इन विधानसभा सीटों पर इंडिया ब्लॉक को बढ़त
जबकि इंडिया ब्लॉक को जिन 26 सीटों पर बढ़त मिली है ,उनमें राजमहल,बोरियो , बरहेट, लिट्टीपाड़ा, पाकुड़, महेशपुर, शिकारीपाड़ा, जामताड़ा, मधुपुर, खिजरी , चाईबासा,मझ गांव, जगन्नाथपुर, मनोहरपुर, चक्रधरपुर, खरसावां, तमार, तोरपा, खूंटी, सिमडेगा, कोलेबिरा, मांडर, सिसई, गुमला, बिशनपुर और लोहरदगा शामिल है.
बराबरी वाली सीट कुछ इस प्रकार है
जिन पांच विधानसभा सीटों में मुकाबला बराबरी का रहा, उनमें महागामा, मनिका, डुमरी, टुंडी और घाटशिला शामिल है.
यहां काम करेगा जयराम महतो फैक्टर
इसके अलावा जयराम महतो की पार्टी जिन 12 सीटों पर फैक्टर बन सकती है, उनमें डुमरी, गोमिया, बेरमो, टुंडी, बाघमारा, चंदन कियारी , सिंदरी, इचागढ़, सिल्ली , बड़कागांव, रामगढ़ और मांडू शामिल है. वैसे, आज कांग्रेस आलाकमान झारखंड में विधानसभा चुनाव की रूपरेखा, मंत्रियों के परफॉर्मेंस की समीक्षा करेगा . झारखंड में किन मुद्दों को लेकर चुनाव में जाया जाए, इसका भी निर्णय होगा. लेकिन आंकड़े तो यही बता रहे हैं कि अगर सही ढंग से सर्वे नहीं हुआ ,उम्मीदवारों के चयन में सावधानी नहीं बरती गई तो कांग्रेस के 16 विधायक फिर से वापस लौटेंगे, इसमें संदेह है. वैसे एनडीए भी चुनाव की तैयारी शुरू कर दिया है और उसने भी आंकड़ा इकट्ठा कर काम करना शुरू कर दिया है. इसके संकेत रविवार को रांची में शिवराज सिंह चौहान ने दे दी है.
2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा और आजसू का गठबंधन नहीं था
2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा और आजसू का गठबंधन नहीं था. इसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ा और उसे केवल 25 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था. कांग्रेस के 16 विधायक चुनाव जीतकर आए तो झारखंड मुक्ति मोर्चा के 30 विधायक चुनाव जीते. एक सीट राजद के खाते में गई. उसके बाद गठबंधन ने हेमंत सोरेन की अगुवाई में झारखंड में सरकार बनाई. लोकसभा चुनाव में बढ़त का जो सिलसिला दिख रहा है, अगर विधानसभा चुनाव में भी ऐसा ही कुछ हो तो एनडीए गठबंधन की स्थिति बेहतर कहीं जा सकती है. हालांकि इंडिया ब्लॉक भी अपनी ताकत झोंकने में कोई कमी नहीं करेगा. झारखंड में नवंबर या दिसंबर महीने में चुनाव हो सकते है. मतलब बहुत साफ है कि एनडीए और इंडिया ब्लॉक में लड़ाई कांटे की होगी. जो भी सिकंदर होगा, वह 5 साल तक झारखंड पर राज करेगा.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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