Jharkhand Assembly Election: झारखंड की चुनावी राजनीति अब तेज हो गई है. टिकट के बंटवारे का काम कुछ जगहों को छोड़कर पूरा कर लिया गया है. बागी अपना अपना ठिकाना पकड़ लिए है. चुनाव में टिकट नहीं मिलने के बाद दल और सिद्धांत की तिलांजलि देकर लोग एक दूसरे का दामन थाम लिए है. जहां प्रत्याशियों की घोषणा नहीं हुई है, वहां आगे और क्या होगा, यह अभी कहना मुश्किल है. चुनाव में भाजपा और आजसू का गठबंधन हुआ है. ऐसे में आजसू की कुछ सीटें भाजपा के खाते में चली गई है. इधर ,गुरुवार की रात कांग्रेस की जो लिस्ट जारी की गई है ,उससे पता चलता है कि माले के साथ तो पेंच फंसा ही हुआ था. अब राजद भी इसमें शामिल हो गया है .राजद ने विश्रामपुर सीट से रामनरेश सिंह को उम्मीदवार बनाया है. जबकि गुरुवार को कांग्रेस ने यहां से सुधीर कुमार चंद्रवंशी को उम्मीदवार बना दिया है. राजद के रामनरेश सिंह ने तो पर्चा भी भर दिया है. माले का पेंच अभी तक इंडिया गठबंधन सलटा नहीं पाया है.
राजधनवार सीट इंडिया गठबंधन में फंसा रहा पेंच
राजधनवार सीट को लेकर इंडिया गठबंधन में माले के साथ तनातनी चल रही है. राजधनवार से माले ने भी उम्मीदवार उतारा है. तो झामुमो में भी प्रत्याशी दे दिया है. झामुमो ने निजामुद्दीन को राजधनवार से प्रत्याशी बनाया है. माले और झारखंड मुक्ति मोर्चा राजधनवार में अपने-अपने राजनीतिक समीकरण का हवाला देकर समझौता के लिए तैयार नहीं है. राजधनवार में अगर फ्रेंडली फाइट नहीं हुआ, तो माले जमुआ से भी उम्मीदवार दे देगी. कांग्रेस ने गुरुवार की रात जो सूची जारी की, उसमें विश्रामपुर से उम्मीदवार का नाम देख सब कोई चौंक गए. इधर ,सूची जारी हो रही है बाद में और उम्मीदवार नामांकन कर दे रहे हैं पहले. डाल्टेनगंज से गुरुवार की दोपहर कांग्रेस के K N त्रिपाठी ने नामांकन किया, जबकि सूची जारी हुई देर शाम को. इधर ,पाला बदलकर दूसरे दलों के पास चले जाने वालो में भाजपा -आजसू के लोग भी शामिल है. आजसू के नेताओं को ना तो भाजपा रोक पाई और नहीं सुदेश महतो. झारखंड की कई सीटों पर भाजपा को आजसू परेशानी पैदा कर सकते है.
आजसू के बागी भी कर सकते है भाजपा को परेशान
नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी से बात अगर शुरू की जाए, तो आजसू को छोड़कर उमाकांत रजक ने झामुमो का दामन थामा. अब वह चंदनकियारी से अमर कुमार बाउरी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे है. नवीन जायसवाल के खिलाफ भी आजसू के भरत कांशी ताल थोक रहे है. भारत कांशी के लिए आजसू ने हटिया सीट पर दावेदारी की थी, लेकिन यह सीट भाजपा के खाते में चली गई. तो भारत कांशी को आजसू रोक नहीं पाई और वह नामांकन कर चुनाव लड़ने जा रहे है. हुसैनाबाद सीट पर भी भाजपा ने कमलेश सिंह को उम्मीदवार बनाया तो बागी होकर आजसू नेता कुशवाहा शिव पूजन मेहता भी पार्टी छोड़कर चुनाव लड़ रहे है. झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले और बाद में कई नेताओं ने पार्टी बदली. इस दौरान भाजपा और आजसू के नेता भी झामुमो के साथ चले गए. भाजपा को भी छोड़कर कई लोग दूसरे दलों में चले गए. संथाल परगना की डॉक्टर लुईस मरांडी इसमें सबसे अधिक चर्चित चेहरा सामने आई है. झारखंड मुक्ति मोर्चा जामा को अभी होल्ड पर रखा है. संभावना व्यक्त की जा रही है कि पूर्व मंत्री डॉ लुईस मरांडी को जामा से झारखंड मुक्ति मोर्चा चुनाव में उतरेगा.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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