Jharkhand Assembly Election: विधानसभा चुनाव के पहले चरण में नाम वापसी और दूसरे चरण की स्क्रुटनी का काम खत्म हो गया है. पहले चरण के चुनाव में 685 प्रत्याशी चुनावी मैदान में है. प्रत्याशियों के नाम वापसी के बाद उन्हें सिंबल भी दे दिया गया है. इधर, चुनाव को लेकर नेताओं की वाणी तीखी होती जा रही है.आरोप प्रत्यारोप का दौर तेज होने लगा है.
झारखंड में एनडीए की सरकार आएगी तभी विकास संभव है: शिवराज सिंह चौहान
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हेमंत सोरेन की सरकार रहते हुए झारखंड के लोग सुखी नहीं रह सकते. झारखंड में कुशासन, भ्रष्टाचार हावी है. विकास कार्य ठप पड़े हुए हैं. कानून व्यवस्था चौपट है. झारखंड को अगर बचाना है तो दीपावली के बाद जो चुनाव होने वाले हैं, उसमें लोग एनडीए की सरकार लेकर आए, तभी विकास संभव है. झारखंड को डबल इंजन की सरकार चाहिए. प्रधानमंत्री के नेतृत्व में दिल्ली में और एनडीए की झारखंड में सरकार चाहिए.
इधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि हेमंत सोरेन हताशा में है. उन्हें इस बात का आभास हो चुका है कि उनकी सरकार जा रही है. उन्होंने कहा कि पांच प्रण भाजपा की प्रतिबद्धता है. सरकार बनने पर इसे हर हाल में लागू किया जाएगा. गोगो दीदी योजना भी लागू की जाएगी. हेमंत सरकार की तरह यह बीजेपी का चुनावी एजेंडा नहीं है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने देवघर एसपी को हटाए जाने के संबंध में किया सवाल
इधर ,मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म x पर पोस्ट कर देवघर एसपी को हटाए जाने से संबंधित चुनाव आयोग के निर्देश के आलोक में सवाल किया है. उन्होंने लिखा है कि दलित आईएएस ऑफिसर को हटाया गया. लगातार परेशान किया गया. अब आदिवासी आईपीएस अफसर को लगातार परेशान किया जा रहा है. आखिर क्यों दलितों, आदिवासियों से भाजपा को इतनी परेशानी है. भारत निर्वाचन आयोग ने झारखंड सरकार को देवघर के पुलिस अधीक्षक को हटाने का निर्देश दिया है. आयोग ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर देवघर एसपी के पद पर पद स्थापित करने के लिए तीन आईपीएस अधिकारियों के नाम का पैनल मांगा है. इससे पहले लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान भी उन्हें देवघर से ही निर्वाचन आयोग ने चुनाव कार्य से हटाया था. उन पर एक दल विशेष के पक्ष में काम करने के आरोप लगाए गए थे. लोकसभा चुनाव के बाद फिर उनकी पदस्थापना देवघर में की गई थी.
वैसे दिवाली के बाद झारखंड में बड़े नेताओं का दौरा शुरू होगा. स्टार प्रचारक आएंगे. 2024 का विधानसभा चुनाव निश्चित रूप से झारखंड में कांटे का होगा. एनडीए चाह रहा है कि वह फिर से सत्ता पर काबिज हो जाए, तो इंडिया ब्लॉक 2019 के रिकॉर्ड को दोहराने की कोशिश में है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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