जमशेदपुर (JAMSHEDPUR) : चंद्रयान 3 के चाँद पर सफलतापूर्वक लैंडिंग के बाद भारत ने एक इतिहास रचा है. भारत चांद पर पहुंचने वाला चौथा देश बन गया है वहीं दक्षिण ध्रुव पर उतारने वाला पहला देश. दक्षिण ध्रुव पर आज तक कोई देश नहीं पहुँच पाया है यहाँ पर लैन्डिंग करना सबसे मुश्किल माना जाता है. ऐसे में भारत ने ये मुश्किल काम को मुमकिन कर दिखाया है. आज देश के वैज्ञानिकों को लोग धन्यवाद दे रहे है तो वही इस बड़ी उपलब्धि मे जमशेदपुर का भी एक वैज्ञानिक शामिल है.
घर के बाहर जश्न
जमशेदपुर के इस वैज्ञानिक का नाम आशीष कुमार शर्मा है. इस ऐतिहासिक सफलता के बाद आशीष शर्मा के घर उनके माता पिता सह पूरे परिवार को बधाई देने के लिये लोगों का तांता लगा है. लोग एक दूसरे को लड्डू खिला कर बधाई दे रहे है. इस दौरान वैज्ञानिक आशीष शर्मा के परिवार में खुसी की लहर देखी गई तो उनके आस पास रहने वाले लोग भी आने आप को गौरोवनवित महसूस कर रहे हैं.
झारखंड के ये लोग इस मिशन में शामिल
झारखंड के लोगों को इस बात का गर्व है कि चंद्रयान-3 के कई महत्वपूर्ण उपकरणों का निर्माण भारी अभियंत्रण निगम, एचईसी में किया है. इसके अलावा चंद्रयान तीन की लैंडिंग टीम में जमशेदपुर के युवा वैज्ञानिक आयुष झा शामिल है. आयुष झा इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ स्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी कर चुके हैं. पढ़ाई के बाद आयुष झा ने वैज्ञानिक के रूप में इसरो जॉइन किया. वही रांची से सटे खूंटी जिला के तोरपा के रहने वाले संतोष यादव भी इसरो में वैज्ञानिक हैं और इनका भी योगदान चंद्रयान-3 में रहा है.
रिपोर्ट: रंजीत ओझा
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