धनबाद(DHANBAD): धनबाद के आईआईटी-आईएसएम के छात्रों पर केवल नौकरी की ही बरसात नहीं हो रही है बल्कि पैकेज की भी बारिश हो रही है. विदेश की कंपनियां अधिक से अधिक पैकेज देकर छात्रों को अपने यहां निमंत्रित कर रही है. जापान की एसेंचर नामक कंपनी ने 7 छात्रों को 52.04 लाख वार्षिक पैकेज देने की घोषणा की है. देसी कंपनियां भी छात्रों को अधिक से अधिक अपने यहां इंगेज करने को लेकर उत्सुक है. आईएसएम को आईआईटी का टैग मिलने के बाद छात्रों के लिए बड़ा अवसर सामने आया है.
विदेशी कंपनियां दिखा रही अधिक रूचि
संस्थान की ख्याति के साथ-साथ छात्रों के पैकेज और नौकरियों में भी लगातार इजाफा हो रहा है. जापान की कंपनी ने जिन छात्रों का चयन किया है, इनमें मोहित, सुमाथी, आयुष, भार्गवी, एसपी डोंगरे, पियासा, अनुज शामिल है. इतना ही नहीं, न्यूजरा टेक् लैब ने 6 छात्र-छात्राओं को 43 लाख रुपए सालाना पैकेज देने की घोषणा की है. इसके अलावा विभिन्न कंपनियों की ओर से औषत 22.59 लाख का पैकेज देने की बात कही गई है. पहली दिसंबर से अभी तक 232 छात्रों को नौकरी मिली है. सबसे अधिक टाटा ने 40 को जॉब ऑफर किया है. ब्रांच की गणना करें तो अब तक कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के सबसे अधिक 36 छात्रों को नौकरी ऑफर हुई है. बता दें कि 9 दिसंबर 1926 को स्थापित आईएसएम में माइनिंग इंजीनियरिंग कोर्स में लड़कियों को दाखिला नहीं मिलता था.
अब तो लड़किया भी ले रही है नामांकन
माइन्स एक्ट 1952 और कोल माइन्स रेगुलेशन एक्ट 1957 के प्रावधानों के मुताबिक सुरक्षा कारणों से इस सेक्टर में लड़कियों की एंट्री नहीं थी. लेकिन वर्ष 2016 में भारत सरकार ने इस संस्थान को आईआईटी का दर्जा दिया और इसके साथ ही यह प्रतिबंध हट गया. पहली बार 2018 में माइनिंग इंजीनियरिंग में 9 लड़कियों ने एडमिशन भी लिया. इस बैच के पास आउट होने के साथ ही संस्थान की स्थापना के 96वें साल में शानदार कीर्तिमान कायम हुआ. इन सभी 9 लड़कियों का प्लेसमेंट भी हो गया. संस्थान में 2019 में माइनिंग इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स में 17 लड़कियों को दाखिला लिया है. आईआईटी-आईएसएम के साथ धनबाद का नाम भी देश-दुनिया में फ़ैल रहा है.
रिपोर्ट: शांभवी सिंह, धनबाद
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