दुमका(DUMKA):झारखंड राज्य विद्यालय रसोईया संघ की दुमका जिला इकाई ने अपने 14 सूत्री मांगों के समर्थन में शहर के डीसी चौक से रैली निकाली. जो पुराना समाहरणालय परिसर पहुंचकर धरना में तब्दील हो गई. धरना कार्यक्रम में काफी संख्या में विद्यालय की रसोईया शामिल हुई. धरना के पश्चात मुख्यमंत्री के नाम जिला शिक्षा अधीक्षक को 14 सूत्री मांग पत्र समर्पित किया गया. जिसमें लिखा गया है कि गैरकानूनी तरीके से 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले रसोईया कर्मियों को बिना सूचना दिए काम से निकाल दिया गया है.
रसोईया संघ ने 14 सूत्री मांगों को लेकर रैली निकाली
निकाले गए रसोईया कर्मियों को अभिलंब फिर से काम पर रखा जाए. पेंशन लागू करने के बाद ही रसोईया की सेवा निवृत्त किया जाए. रसोईया 10 वर्ष तक फ्री में काम की है. इसलिए इनके कार्यकाल अवधि को 10 वर्ष तक विस्तार दिया जाए. और रसोईया की सेवानिवृत्ति करने के बाद उन्ही के परिवार में से एक सदस्य को इस पद पर बहाल किया जाए. रसोईया कर्मियों को हर महीने प्रथम सप्ताह में मानदेय भुगतान कराने की गारंटी दिया जाए. रसोईया का बकाया मानदेय बोनस सहित एरियर के रूप में एकमुश्त भुगतान किया जाए.
प्रतिदिन 4 सौ के हिसाब से भुगतान की मांग
रसोईया को न्यूनतम मजदूरी के दायरे में लाया जाए. और इन्हें न्यूनतम मजदूरी केवल राज्य के तर्ज पर 4 सौ प्रतिदिन के हिसाब से भुगतान किया जाए. बिहार राज्य की तरह झारखंड में भी रसोईया को 5 लाख का निशुल्क जीवन बीमा देने की गारंटी दिया जाए. रसोइया को 10 महीने की जगह 12 महीने का मानदेय भुगतान किया जाए. रसोईया को नियुक्ति पत्र दिया जाए एवं ड्रेस कोड भी लागू किया जाए.
रिपोर्ट-पंचम झा
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