रांची(RANCHI): झारखंड केंद्र विश्वविद्यालय में पिछले दो दिनों से बच्चों को खाना नहीं दिया जा रहा है. जिसकी वजह से हजारों बच्चे वहां भूखे हैं. वहीं इस मामले पर यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि बच्चे स्वयं अपने खाने की व्यवस्था कर लें. क्योंकि यूनिवर्सिटी प्रशासन बच्चों को खाना खिलाने में असमर्थ है.
झारखंड केन्द्रीय विश्वविद्यालय में पिछले दो दिनों से बच्चों को खाना नहीं दिया जा रहा
आपको बताये कि पिछले 16 अक्टूबर से विश्वविद्यालय में नए मेस टेंडर दिया गया था. इस कंपनी का नाम राजेश कुकर्स था. मेस के मालिक ने अपनी कंपनी को दिल्ली की कंपनी बताई थी.जिसने टेंडर के हिसाब से खाना खिलाने का जिम्मा लिया था. कंपनी ने शुरू के दो से तीन दिनों तक तो ठीक-ठाक खाना खिलाया, लेकिन जब यूनिवर्सिटी की ओर से दिए गये मेनू के हिसाब से खाना खिलाने की बारी आई, तो सारा मामला बिगड़ गया.
संतुलित भोजन नहीं मिलने की वजह से एक ही दिन 10 बच्चे हुए फूड पॉइजनिंग के शिकार
कंपनी की ओर से एक दिन भी बच्चों को मेनू के हिसाब से खाना नहीं दिया गया. जिसकी वजह से नियमित और संतुलित भोजन खाने नहीं मिलने की वजह से एक ही दिन 10 बच्चों को फूड पॉइजनिंग हो गई. वहीं बच्चों की ओर से मेस में साफ-सफाई न रखने की भी शिकायत की गई थी.वही कंपनी के सारे कर्मचारी दो दिनों में ही मेस का काम छोड़कर भाग गये. जिसकी वजह कंपनी का दुर्व्यवहार हो सकता है.
खाना खराब होने की शिकायत पर बच्चों के साथ मारपीट की गई
जिसके बाद 26 नवंबर से कंपनी के मैनेजर आकाश ने लोकल कर्मचारियों को काम पर रखा था. जब बच्चों ने खाना खराब होने की शिकायत, तो इनके साथ मारपीट की गई और गाली गलौज भी किया गया. वहीं रात के भी खाने की अभी तक व्यवस्था नहीं की गई है.
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