गिरिडीह (GIRIDIH) : गिरिडीह जिला के डुमरी प्रखंड में डुमरी और निमियाघाट दो थाना है. ये दोनों थाना क्षेत्र नक्सल प्रभावित क्षेत्र है, जहां इन दोनों थाना के क्षेत्र में जंगली इलाके भी है. जहां बोकारो और गिरिडीह सीमांचल क्षेत्र में स्थित जंगली रास्ते के सहारे अवैध कोयले को जंगल के किसी इलाके में डंप किया जाता है और ट्रक के सहारे इन अवैध कोयले को जीटी रोड के रास्ते बिहार के कोयला मंडी में भेजा जाता है.
रात के अंधेरे में कोयले को भेजा जाता है बाहर
बता दें कि अवैध कोयले के धंधेबाज रात के अंधेरे में जंगल में डंप किए गए कोयले को ट्रक में लोड करते हैं और रात ही रात कोयले को बाहर भेज देते हैं. हालांकि इन अवैध धंधे बाजो को राजनीतिक और प्रशासनिक दोनों तरफ से संरक्षण मिलता है जिसके कारण अवैध कोयले के धंधेबाज इन दिनों अत्यधिक रूप से अवैध कोयले का व्यापार धड़ल्ले से कर रहे हैं.
बताते चलें कि अवैध कोयले कारोबार में संलिप्त धंधेबाज दो तरह से कोयले को जंगल में डंप करते हैं, पहला बोकारो जिला के बीटी पीएस, थर्मल बोकरो, पेंक नारायनपुर के कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां पर अवैध कोयले को कोलियरी से निकालकर जंगल के रास्ते डुमरी के अलग-अलग जंगली इलाके में डंप करते हैं तो दूसरा साइकिल अथवा मोटरसाइकिल के माध्यम से कोई लोग को बेचने वाले लोगों से कोयला खरीद कर जंगली इलाके में डंप करते हैं. और रात को ट्रक में लोड कर बिहार अथवा धनबाद स्थित कई हड़कूप कोयला फैक्टरी भेजते हैं.
धंधे को सफेदपोश और सरकार का साथ
सूत्रों की माने तो कोयला के इन अवैध धंधे में कई सफेदपोश और सरकार को समर्थन दे रहे कई राजनीतिक पार्टी के कैडर भी शामिल हैं. जो पुलिस पर दबाव बनाकर इस प्रकार के अवैध कोयला के धंधे को फल फूल आ रहे हैं. वहीं पुलिस प्रशासन को भी इन धंधे वालों से अच्छी खासी रकम मिल जाती है. जिसके कारण पुलिस अपना मुंह बंद रहती है. बताते चलें कि पुलिस द्वारा इन कोयले धंधे वालों के खिलाफ नाम मात्र का छापेमारी की जाती है, वह भी तब जब कोई नए धंधेबाज कोयले के अवैध धंधे में उतरते हैं. तब पुराने धंधे बाजों के इशारे से पुलिस छापेमारी करती है. और केस दर्ज करती है. इस संबंध में पूर्व जिला अध्यक्ष राकेश महतो का कहना है कि कोयले धंधेबाज इन दिनों डूंगरी में बहुत ही सक्रिय हो गए हैं और दिन रात डुमरी डुमरी और निमियाघाट थाना क्षेत्र के अलग-अलग इलाके से जीटी रोड के रास्ते ट्रक के माध्यम से अवैध कोयले का व्यापार दिन के उजालों के साथ-साथ रात के अंधेरे में भी जोर शोर से कर रहे हैं.
कार्रवाई नहीं करती पुलिस
जानकारी के अनुसार पुलिस यह सब कुछ जानती है लेकिन कार्रवाई नाम मात्र की करती है. इस सम्बंध में डुमरी एसडीपीओ मनोज कुमार का कहना है कि पुलिस लगातार नजर बनाए हुए हैं हमारे क्षेत्र में किसी प्रकार की अवैध कोयले से संबंधित कारोबार का सूचना नहीं है हालांकि की सूचना मिलती है तो उस पर पुलिस आवश्यक कार्रवाई करते हुए धंधेबाज के खिलाफ कानूनी कार्रवाई जरूर करेगी बताया कि लोग इस प्रकार के अपवाह उड़ाते हैं जबकि सचाई नहीं रहती है. हालांकि जो भी हो डुमरी के दोनों थाना क्षेत्रों में अवैध कोयले धन्यवाद बहुत ही सक्रिय हैं अब देखना होगा कि डुमरी पुलिस और निमियाघाट पुलिस कब तक इन धंधे वालों के खिलाफ कार्रवाई करती है अथवा नहीं.
रिपोर्ट : दिनेश कुमार , गिरिडीह
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