टीएनपी डेस्क(TNP DESK): झारखंड सरकार की ओर से सीएम हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में कई योजनाओं को चलाया जा रहा है. इसके पीछे झारखंड के गरीब और असहाय लोगों की मदद करना है. जिसमे ग्रामीण क्षेत्र में रहनेवाले लोगों को रोजगार देने के लिए रोजगार सृजन योजना, महिलाओं को आर्थिक रुप से मजबूत बनाने के लिए पशुधन विकास योजना की शुरुआत की गई. इसके साथ ही गरीब लोगों को पहनने वाले कपड़े के लिए यहां-वहां भटकना नहीं पड़े. इसके लिए सोना सोबरन धोती-साड़ी वितरण योजना की शुरुआत की गई.
सरकार की ओर से चल रही है ये विभिन्न योजनाएं
इसके साथ ही , झारखंड मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना, छात्रवृत्ति योजना, सर्वजन पेंशन योजना, फूलो-झानो आशीर्वाद अभियान जैसी अनेकों जन कल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत की गई है. ताकि लोगों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो. आज हम झारखंड सरकार की योजनाओं को सरल भाषा में समझाने की कोशिश करेंगे.
फूलो-झानो आशीर्वाद योजना: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने एक साल पहले राज्य में फूलो-झानो आशीर्वाद योजना की शुरुआत की थी. इस योजना के तहत आदिवासी गरीबी और मजबूर महिलाओं को आर्थिक मदद करना है. जो घर की मजबूरियों की वजह से हड़िया, और शराब बनाकर बेचती हैं. इस योजना से तमाम आदिवासी महिलाओं को सरकार की ओर से मदद की जाती है. जो आर्थिक रुप से अपने को आगे बढ़ाना चाहती हैं. ऐसी महिलाओं के आत्मविश्वास को बढ़ाने में सरकार पूरी तरह से मदद करती है. अब तक इस योजना के तहत लाखों महिलाओं को लाभ मिला है. जिसके बदौलत महिलाओं ने अपने दम पर अपनी सफलता की कहानी लिख रही हैं. सरकार ने राज्य की आदिवासी महिलाओं की सशक्तीकरण और महिलाओं को पुरुषों की तरह रोजगार करने के लिए अवसर देने के लिए इस योजना की शुरुआत की थी.
सोना सोबरन धोती-साड़ी वितरण योजना: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने सोना सोबरन धोती-साड़ी वितरण योजना की शुरुआत की. इस योजना के तहत राज्य में नवास करनेवाले गरीबी रेखा से नीचे बीपीएल परिवारों को साल में दो बार बहुत ही कम दाम पर कपड़े दिये जाते है.जिसमे महज 10 रुपये में साड़ी, लूंगी, धोती प्रदान दी जाती है. ताकि गरीब लोगों को पहनने के लिए कपड़े मिल सके.और ये लोग भी सम्माम की जिंदगी समाज में रह सके. इस योजना के तहत लगभग 57.10 लाख लोगों को लाभ मिलता है. इस योजना के लांच होने से गरीब लोगों की पैसे की बचत होगी. उन्हें साड़ी और धोती के लिए दुकानों पर नहीं जाना पड़ेगा.
छात्रवृत्ति योजना: छात्रवृत्ति योजना के तहत झारखंड सरकार 9वी से 12वीं क्लास में पढ़नेवाले राज्य के मूलरुप से रहनेवाले छात्र- छात्राओं को छात्रवृत्ति देती है. जिसका लाभ लेने के लिए ऑनलाइन अप्लाई करना पड़ता है. इसकी शुरुआत झारखंड के दिवंगत शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने की थी. इसका योजना के लाभ के लिए छात्र-छात्राओं का चयन मेधा छात्रवृति प्रतियोगिता के आधार पर होता है. इस प्रतियोगिता का आयोजन झारखण्ड अधिविद्य परिषद् (जैक) करता है.इसका फार्म हर साल फरवरी या फिर मार्च के महीने में ऑनलाइन निकलता है.स्टूडेंट jac.jharkhand.gov.in पोर्टल पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. प्रतियोगिता परीक्षा जुलाई या अगस्त में आयोजित होते है.
सर्वजन पेंशन योजना: सर्वजन पेंशन योजना के तहत झारखंड सरकार की ओर से 60 वर्ष से अधिक उम्र के गरीब लोगों को 1000 रुपये की पेंशन राशि दी जाती है. हर महीने की 5 तारीख को लाभार्थियों के बैंक अकाउंट में भेजी जाती है. इससे पहले इसका लाभ एपीएल और बीपीएल राशन कार्ड वाले लोगों को ही इसका लाभ मिलता था. लेकिन झारखंड सरकार की ओर इसको हटा दिया गया है. अब एपीएल और बीपीएल राशन कार्ड का होना जरुरी नहीं है. इसके साथ ही विधवा पेंशन के तय 40 साल की समय सीमा और दिव्यांग के 18 साल की आयु सीमा को भी खत्म कर दिया गया है. ताकि लोगों को योजना के लाभ लेने में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो.
झारखंड मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना: झारखंड सरकार की ओर से झारखंड मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना की शुरुआत की गई. जिसके तहत राज्य के शिक्षित बेरोजगारों को एक साल में 5 हजार की आर्थिक राशि दी जाती है. इसका लाभ उन्हे मिलता है. जो पढ़े-लिखे होने के बावजूद बेरोजगार है. वो तब तक इस योजना का लाभ उठा सकते हैं. जब तक उनकी नौकरी नहीं लग जाती है. सरकार की ओर से राशि लाभार्थी के बैंक अकाउंट में भेजा जाता है.
रिपोर्ट-प्रियंका कुमारी
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