मोतिहारी (MOTIHARI) : पूर्वी चंपारण स्थित सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर पर अंनत चतुर्दशी को लेकर भक्तों की भीड़ लगने लगी है. पूर्वी चम्पारण को बिहार का काशी कहा जाता है. यह बिहार का सबसे प्राचीनतम एवं लोकप्रिय तीर्थस्थल है. जो मोतीहारी से करीब 28 किलोमीटेर पर दक्षिण के गंडक नदी के पास स्थित है. ऐतिहासिक बाबा सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर में जल चढ़ाने के लिये कावरियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. इस बार लगभग पांच लाख से ज्यादा डाक बम व कांवरियों के जलाभिषेक करने की उम्मीद है
मुश्लिम समुदाय के लोगों द्वारा लगाया गया शिविर
कांवरियों की सुविधा व सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन द्वारा जगह- जगह पर पुलिस बल को तैनात किया गया है. तो दूसरी ओर बागमती नदी के तट से अरेराज मंदिर तक लगभग 120 किलोमीटर सड़क मार्ग में श्रदालुओं द्वारा शिविर लगाया गया है. जहाँ लोग कावरियों के सेवा में दिखाई दे रहे है. सबसे बड़ी बात तो ये है कि यहाँ सब एक दिखे क्योंकि कुछ जगहों पर तो मुस्लिम समुदाय के लोगों के द्वारा भी शिविर लगाया गया है. इसी में शिविर लगाए बीजेपी नेता प्रेम शंकर पासवान ने तो कहा कि भले कोई कुछ कहे पर पूरे हिन्दू समाज को सनातन में भरोसा है. तभी तो लोग इतनी मेहनत से बाबा भोले नाथ का दर्शन करने और जलाभिषेक करने जाते है.
नेपाल से भी आते हैं लोग
आपको बता दें कि अरेराज शोमेश्वर नाथ महादेव मंदिर में देर रात्रि से दूसरे दिन तक लोग जलाभिषेक करते हैं. यही नहीं बल्कि पड़ोसी देश नेपाल, सीतामढ़ी, शिवहर सहित जिले के भिन्न भिन्न प्रखंडो से अनंत चतुर्दशी के असवर पर लाखों डाक बम व कावरिया बागमती नदी से जलभर कर 120 किलोमीटर की दूरी तय कर मनोकामनपुरक बाबा सोमेश्वरनाथ महादेव को जलाभिषेक कर मंगलकामना करते है. यह जगह अब पर्यटकों का प्रिय स्थल बन चुका है. यहाँ हर साल लोगों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है.
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