गुमला (GUMLA) : गुमला जिला में विभिन्न स्थानों पर होलिका दहन का कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान लोगों में काफी उत्साह का माहौल देखने को मिला. जहां लोगों ने पूरी विधि विधान के साथ पूजा कर सुख शांति की कामना की. इस दौरान पुरोहितों ने सभी के सुख शांति की कामना के साथ संकल्प दिलाया गया ,पुरोहित शंकर पंडित ने बताया कि वर्षो से यह परंपरा चली आ रही है जो गलत सोच पर सही सोच के विजय का प्रतीक है, उन्होंने बताया कि इस पूजन से लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अगर आपका पास कुछ ईश्वरीय क्षमता है तो उसका दुरुपयोग ना कर समाज के कल्याण के लिए उपयोग करें. वहीं इस पूजा का आयजकों ने कहा कि आज की आधुनिक दौर में हमारी कई प्राचीन परंपरा समाप्त हो रही ,लेकिन आज भी होलिका दहन प्राचीन परम्पराओ के अनुरूप होता है. हम इसकी आयोजन कर अपनी भावी पीढ़ी को भी इस परंपरा को निभावने का पाठ पढ़ाते हैं.
हरा चना को आग में जलाकर प्रसाद
इस पवित्र आयोजन में लोग पूरे परिवार के साथ पूजा में शामिल होते हैं. साथ ही इस होलिका दहन की परिक्रमा भी करते हैं. लोगों का मानना है कि इस अग्नि की परंपरा मात्र से परिवार के कष्टों का नाश होता है साथ ही खुशहाली आती है. लोग नए अनाज के रूप में हरा चना को इस आग में जलाकर उसे प्रसाद के रूप में ग्रहण करते है. वहीं मशीलवो ने कहा कि इस पर्व का उन्हें काफी बेसब्री से इन्तजार होता है इस होलिका दहन के बाद ही लोग रंग अबीर की होली खेलकर खुशियां बाटते हैं.
लोगों में होलिका दहन की आस्था
जिस तरह लोग स्नान ध्यान कर पूजा कर होलिका दहन का कार्यक्रम मनाया उससे स्पष्ट है कि इस पर्व को लेकर लोगों में कितना आस्था और विश्वास है. जो बताता है कि भारतीय सभ्यता और संस्कृति को आज भी लोग पूरी आस्था के साथ निभा रहे है यहीं भारत को विश्व में अलग पहचान देता है.
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