देवघर (DEOGHAR) : बाबानगरी देवघर में आज से होली की शुरुआत हो गई है. होली की शुरुआत अबीर,गुलाल बाबा बैद्यनाथ को अर्पित करने के साथ की गई, फिर सभी तीर्थ पुरोहितों ने एक दूसरे को अबीर-गुलाल लगाया. आज बाबा बैद्यनाथ का स्थापना दिवस के रूप में भी मनाया जाता है, इसलिए मंदिर में बाबा को सभी कोई अबीर गुलाल चढ़ाते हैं. वहीं सुबह होलिका दहन के बाद हरि और हर का मिलन कराया गया. बैद्यनाथ मंदिर में होली पर हरिहर मिलन की परंपरा है. शिवलिंग पर गुलाल चढ़ाने के बाद हरिहर मिलन होता है. हरि को पालकी पर बैठा कर पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग के समीप रखकर हर (महादेव) से अदभुत मिलन हुआ. दोनों को अबीर और गुलाल से सरोबर किया गया. वहीं भगवान कृष्णा को पालकी में बैठाकर पूरे शहर में भ्रमण के लिए निकाला गया , जहां रास्ते में भक्त कृष्ण भगवान को झूला झुलाते नजर आए. इस दौरान भगवान को मालपुए का भोग लगाने की भी परंपरा है.
क्या है हरिहर मिलन की परंपरा
मान्यता के अनुसार, इस दिन बाबा भोलेनाथ की स्थापना भगवान विष्णु के हाथों से होने के कारण हरिहर मिलन की परंपरा चली आ रही है. मान्यता यह भी है कि इस मिलन को देखने से मानव जीवन में पूरे जीवन काल तक हरि यानी भगवान विष्णु व हर यानी भगवान शिव की कृपा बनी रहती है. साथ ही जीवन में प्रेम व शांति रहती है.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा, देवघर
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