रांची(RANCHI): झारखंड में भाजपा और झामुमो आमने सामने है. जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है. वैसे ही दोनों दल के नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. बीजेपी झारखंड में आदिवासियों की कम होती आबादी को मुद्दा बनाती दिख रही है. साथ ही झारखंड को एक मुस्लिम राज्य के रूप में धकेलना की साजिश होने का दावा कर रही है. इस पर झामुमो ने पलटवार किया है. JMM केंद्रीय महासचिव ने कहा कि देश की सुरक्षा का जिम्मा केंद्र का होता है. देश की सीमा के सुरक्षा की जिम्मेवारी गृह मंत्रालय के अंतर्गत आता है. ऐसे में हिमंता विश्व शर्मा राज्य सरकार का नाम लेकर अमित शाह को आईना दिखा रहे थे.
दरअसल शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भाजपा के एक कार्यक्रम में शामिल होने रांची पहुंचे थे. इस दौरान मंच से राज्य में मुसलमानों की आबादी बढ़ने और आदिवासियों की संख्या घटने का मुद्दा उठाया गया. राज्य सरकार पर लगाया की बांग्लादेशी घुसपैठियों को बसा कर आदिवासी को खत्म करने की तैयारी है. प्रदेश अध्यक्ष से लेकर चुनाव प्रभारी ने कई बार इसे मंच से दोहराया है.
इस पर झामुमो के नेता विनोद कुमार पांडे ने पूछा कि आखिर बॉर्डर पर किसकी सुरक्षा होती है? अगर किसी दूसरे देश से कोई घुसपैठ कर झारखंड पहुंच रहा है. तो इसकी जिम्मेदारी किसकी है. विनोद पांडे ने सीधे अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि गृह मंत्रालय के अंतर्गत ही देश का बॉर्डर आता है और इस मंच से सीमा पर सुरक्षा में चूक का मुद्दा उठाकर राज्य सरकार पर ठीकरा फोड़ा जा रहा है. इससे साफ है कि आखिर इशारा कहां किया जा रहा था. बाबूलाल मरांडी या हिमंता को अमित शाह को सीधे बोलने की हिम्मत नहीं है. लेकिन इशारे में उन्हे बताया है.
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