साहिबगंज में उड़ रही है हेमंत सोरेन के ड्रीम प्रोजेक्ट अबुआ आवास योजना की धज्जियां ! लाभुकों से अधिकारी वसूल रहे हैं पैसे, पढ़ें कैसे हुआ खुलासा


साहिबगंज(SAHIBGANJ):झारखंड सरकार गरीब और मजदूर लोगों को सरकारी योजना से जोड़कर उनके उत्थान के चाहे लाख दावे कर ले, लेकिन इसकी सच्चाई इससे विपरीत है, क्योंकि साहिबगंज जिले के अधिकारियों की मनमानी के आगे सरकार की सभी जनकल्याणकारी योजनाएं दम तोड़ रही है.इतना ही नहीं प्रदेश सरकार की ड्रीम प्रोजेक्ट अबुआ आवास योजना में अधिकारियों की मिलीभगत से बिचौलिया इस तरह डाका डाल रहे है जैसे सरकार और प्रखंड प्रशासन ने उन्हें वसूली के लिए लगा रखा हो. आपको बताये कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का सपना था कि झारखंड के हर वह गरीब और असहाय लोगों को अबुआ आवास योजना का लाभ मिले, जिसका वह हकदार है, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का सपना उनके गृह विधानसभा क्षेत्र में आनेवाले साहिबगंज में टूटकर बिखर रहा है. यहां सरकार की यह योजना कागजातों पर ही सिमट कर रह गया है.

बीडीओ के नाम पर बिचौलिये वसूल रहे है एक एक हजार रुपया
आपको बताये कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गरीबों के लिए बड़े-बड़े मंचो से चिल्लाते रह गए और साहिबगंज जिले में अधिकारी गरीबों को लूटते रह गए,आखिर किनके इशारे पर प्रखंड कर्मियों का दबदबा बढ़ रहा है,क्या उन को वरीय अधिकारी और प्रशासन की जरा भी डर नहीं है.यह एक बड़ा सवाल है या फिर प्रदेश के सत्तारूढ़ पार्टी के जनप्रतिनिधि भी लुटेरे अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे है.अबुआ आवास योजना का जियोटैग कर गरीब लाभुकों से पंचायतकर्मियों राजमहल बीडीओ के नाम पर खूब घूस खा रहे है.राजमहल प्रखंड के लोगों ने विकास पदाधिकारी पर एक एक हजार रुपया मनमानी तरीके वसूलने का गंभीर आरोप लगाया है,वहीं इसको लेकर पंचायत के मुखिया बबीता देवी को लिखित आवेदन दिया है.राजमहल प्रखंड क्षेत्र पर स्तिथ लालमाटी पंचायत के लाभार्थी नेपाल रविदास और सीमा देवी ने भी ये आरोप लगाया है.
पढ़ें पीड़ित लाभुक ने क्या कहा
आपको बताये कि लाभुकों की ओर से दिए गए आवेदन में यह कहा गया है कि राजमहल प्रखंड में कार्यरत सरकारीकर्मी मशीह मुर्मू अबुआ आवास योजना का जियोटैग करने के लिए उनके घर आया और सबसे पहले आधार कार्ड लेकर उनके लोकेशन से उनका जियो टैग किया.इसके बाद लाभुक से जबरन प्रखंड विकास पदाधिकारी के नाम से एक हजार रुपये की मांगने लगा. इसके बाद सरकारीकर्मी ने लाभुकों हड़काकर कहा कि जल्दी पैसा दो नहीं तो तुम्हारा घर काटकर दूसरा घर चढ़ा देंगे, ब्लॉक में बीडीओ साहब को पैसे देना पड़ता है और उसी का आदेश है,तो गरीब लाभुक नेपाल रविदास ने पड़ोस के एक व्यक्ति से एक हजार रुपया कर्ज लेकर सरकारी कर्मी को दिया, लेकिन इसमें यह सवाल उठता है कि जिस तरह से पंचायतकर्मी प्रखंड विकास पदाधिकारी के नाम वसूली करने में लगे है, भला वैसे में पंचायत का विकास कैसे होगा.क्या इसी तरह पूरा होगा प्रदेश में राज्य सरकार का सपना,आखिर वैसे लुटेरे अधिकारियों पर कर्रवाई कब होगी यह एक बड़ा सवाल है.
मामला का खुलासा होन् पर बीडीओ हैरान
आपको बताये कि लालमाटी पंचायत के मुखिया बबिता देवी ने ‘द न्यूज़ पोस्ट’ के साथ बातचीत करते हुए कहा कि लाभुकों की ओर से आवेदन मुझे मिला है और लाभुकों का कहना सत्य है,प्रखंड विकास पदाधिकारी राजमहल के नाम से सरकारीकर्मी मशीह मुर्मू ने एक हजार रुपया लिया है,हम इसको लेकर साहिबगंज के उपायुक्त हेमंत सोरेन को आवेदन देकर दोषी कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग करेंगे,ताकि प्रदेश सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट अबुआ आवास योजना का लाभ गरीब लाभुकों को मिल सके,और सरकार का सपना साकार हो सकें.क्या कहते है उदय कुमार प्रखंड विकास पदाधिकारी राजमहल-राजमहल प्रखंड के लाल माटी पंचायत से मामला सामने आने के बाद बीडीओ हैरान हो गये.मामले की जानकारी मुखिया की ओर से मिली है, जांच के बाद यदि मामला सत्य पाया जाता है तो कार्रवाई जरूर होगी.
रिपोर्ट-गोविंद ठाकुर
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