रांची(RANCHI): झारखंड में सियासी हलचल पिछले कुछ महीनों से तेज है. इस बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ईडी दफ्तर में 17 नवंबर को पूछताछ होगी. इस पूछताछ के पूर्व से ही राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है. एक बार फिर भाजपा और UPA आमने सामने है. हालांकि, अभी तक ये साफ नहीं किया गया है कि सीएम ईडी दफ्तर जायेंगे या नहीं.
लालू ने भी बचने के लिए जनता को किया था आगे
बता दें कि भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि इसी तरह से बिहार में भी लालू यादव के समय हुआ था. जब उनकी भ्रष्टाचार की पोल खुल रही थी और सीबीआई कार्रवाई कर रही थी तब भी उनके द्वारा जनता को आगे किया जा रहा था. यही हाल हेमंत सोरेन का भी है जब ईडी से बुलावा आता है तब जनता को बहला फुसला कर रांची बुलाते हैं.
पूरी सरकार ही अवैध खनन में लिप्त
उन्होंने कहा कि अगर हेमंत सोरेन भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं है तो वह पहली बार में ही पूछताछ के लिए क्यों नहीं गए. उन्होंने कहा कि पूरी सरकार ही अवैध खनन में लिप्त है. इसी का डर हेमंत सोरेन को है, आखिर जवाब क्या देंगे?
आरोप के बाद भी CM ने नहीं बदला प्रतिनिधि
प्रदीप सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा पर एक हजार करोड़ का अवैध खनन का आरोप लगा है. फिलहाल पंकज मिश्रा जेल में बंद है, इसके बावजूद हेमंत सोरेन ने अपने विधायक प्रतिनिधि को बर्खास्त नहीं कर रहे हैं. इससे साफ जाहिर होता है कि मुख्यमंत्री भी इस घोटाले में शामिल हैं.
भाजपा के झारखंड में कोई वजूद नहीं बचा, एजेसियों का कर रही इस्तेमाल
वहीं, सत्ता की सहयोगी कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता डॉ एम तौसीफ ने कहा कि भाजपा को पूरी तरह से जनता ने नकार दिया है. यह चुनावी लड़ाई में हारने के बाद ये एजेसियों के बल पर सत्ता पर काबिज होना चाहते हैं. भाजपा कभी ED तो कभी CBI से मुख्यमंत्री और उनके करीबियों को डराने की कोशिश कर रही है. हम इससे डरने वाले नहीं हैं. जनता का समर्थन हमारे साथ है. भाजपा कोशिश में लगी हुई है कि कैसे भी यहां सरकार को गिरा दे. भाजपा का कोई वजूद नहीं बचा है.
रिपोर्ट : समीर हुसैन, रांची
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