दुमका (DUMKA): झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन तीसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लिया. शपथ लेने के बाद हेमंत सोरेन को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. लेकिन इस सब के बीच हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन ने हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने पर बधाई देने के बजाय तंज कसा है. परिसदन में मीडिया से बात करते हुए कहा कि जेएमएम में एक अलग संविधान बना हुआ है. ये लोग जिनको भी चाहे, जब चाहे सीट पर बैठा देते है और समय आने पर सीट से उतार देते है. सीता सोरेन ने अपने देवर और सीएम हेमंत सोरेन को सीएम बनने की बधाई देने की बजाय कहा कि चम्पाई सोरेन जेएमएम के पुराने नेता है. वे कोल्हान में टाइगर के नाम से जाने जाते है. कोल्हान के टाइगर को इस तरह शांत किया जा रहा है. हेमंत सोरेन को यह देखना चाहिए था कि आनेवाले विधान सभा चुनाव में महज 3 - 4 महीने बाकी है. अगर चंपाई सोरेन ही लगातार मुख्यमंत्री रहते तो इन लोगों को क्या दिक्कत थी.
जेएमएम से बगावत कर थामा बीजेपी का दामन
ज्ञात हो कि लोकसभा चुनाव के दौरान सीता सोरेन ने जेएमएम से बगावत कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. बीजेपी ने सीता सोरेन को दुमका लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा था. हालांकि सीता सोरेन जेएमएम उम्मीदवार नलिन सोरेन से चुनाव हार गयी. सीता सोरेन दुमका के जामा विधानसभा सीट से जेएमएम के टिकट पर 3 टर्म यानी 15 साल विधायक भी रह चुकी है, लेकिन लोक सभा चुनाव पूर्व उन्होंने विधायक पद से त्यागपत्र दे दिया था.
रिपोर्ट. पंचम झा
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