रांची (RANCHI) : चुनाव में ‘गेमचेंजर’ मानी गई ‘मंईयां योजना’ को लेकर हेमंत सरकार अब कड़ा रूख अपना रही है. ‘मंईयां योजना’ के लाभुकों के लिए ही ये योजना अब सिरदर्द बनते नजर आ रही है. दरअसल हेमंत सरकार ने निर्देश दिया है कि ‘मंईयां योजना’ की लाभुकों की अब नए सिरे से स्क्रीनिंग की जाए. जिसके जरिए उन लाभार्थियों की पहचान की जाएगी जो इस योजना का लाभ लेने की ‘योग्य’ नहीं हैं. अगर अयोग्य लाभार्थियों ने ‘मंईयां योजना’ के तहत लाभ लिया है तो राशि की वसूली भी की जाएगी.
अब इस योजना को लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया है. हेमंत सोरेन पर वादा खिलाफी का भी आरोप लग रहा है. सरकार ने 11 दिसंबर से पांचवीं किस्त भेजने का ऐलान किया था, लेकिन 11 तारीख बीत गई लेकिन अभी तक किसी के खाते में पैसे नहीं पहुंचे हैं. बीजेपी ने इसे लेकर सवाल उठाया तो झामुमो ने बचाव करते हुए बीजेपी को कटघरे में खड़ा करने का काम किया.
वहीं इस मामले में रांची के उपायुक्त ने जिले के सभी प्रखंडों के बीडीओ और अंचलों के सीओ को पत्र लिखकर कहा है कि अगर कोई लाभुक अयोग्य पाया जाता है तो उसका नाम सूची से हटा दिया जाए और उसे दिए गए राशि की वसूली भी की जाए. उन्होंने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लाभुकों के सत्यापन की प्रक्रिया 28 दिसंबर तक पूरी करने का निर्देश दिया है.
रांची के उपायुक्त ने क्या निर्देश दिए?
निर्देश के बाद मंईयां योजना के लाभुकों में मचा हड़कंप
राशि वसूली के निर्देश के बाद महिला लाभार्थियों में हड़कंप मच गया है. चुनाव से पहले राज्य के सभी क्षेत्रों में अभियान चलाकर 18 से 50 वर्ष की आयु की महिलाओं से इस योजना के तहत फॉर्म भरवाए गए थे. इसके बाद अगस्त से नवंबर तक करीब 55 लाख महिलाओं के खातों में एक-एक हजार रुपये की राशि ट्रांसफर भी की गई, लेकिन अब राशि वसूली के निर्देश के बाद हड़कंप मचा हुआ है.
दिसंबर से मिलने हैं 2500 रुपये
बता दें कि दिसंबर से मंईयां योजना की राशि बढ़ाकर 2500 करने की घोषणा पहले ही हो चुकी है. ऐसे में सभी लाभार्थी महिलाएं अपनी पांचवीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं.
जानिए किन्हें नहीं मिलेगा मंईयां योजना का लाभ
अगर आप इन श्रेणियों में आते हैं तो योजना के लिए आवेदन करने के बाद भी आपको इस योजना की पांचवीं किस्त नहीं मिलेगी.
4+