धनबाद (DHANBAD) : झारखंड के हजारीबाग सदर एसडीओ पत्नी अनिता कुमारी को जलाकर मारने के आरोप से घिरते जा रहे हैं. उनके खिलाफ एक्शन की मांग तेज होती जा रही है. रांची के एक निजी अस्पताल में अनिता कुमारी का 43 घंटे के इलाज के बाद निधन हो गया. वह 65% से अधिक जली हुई थी. इस घटना की चर्चा कोयलांचल से लेकर पूरे झारखंड में चल रही है. जिस अधिकारी से बात करिए, सब इस घटना की निंदा कर रहे हैं. कह रहे हैं कि अगर आरोप सही है, तो फिर घटना बहुत ही निंदनीय है.
एसडीओ के ससुराल वाले उन पर अनीता कुमारी को जलाकर मार देने का आरोप लगा रहे हैं. प्रदर्शन कर रहे हैं. एसडीओ की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. कह रहे हैं कि जिन पर ला एंड आर्डर बनाए रखने की जिम्मेवारी थी, उन्हीं पर पत्नी को जलाकर मारने का आरोप है. कार्रवाई नहीं होने से भरोसा उठ रहा है. एसडीओ के सरकारी और निजी आवास पर बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. इधर, पता चला है कि मौत के मामले में हंगामा को देखते हुए हजारीबाग एसपी ने अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए एसआईटी का गठन किया है. एसआईटी का नेतृत्व सदर एसडीपीओ कर रहे हैं. उनके साथ दो पुलिस निरीक्षक भी हैं. इस मामले में जल्द से जल्द जांच करने का निर्देश दिया गया है. वैसे बताया जाता है कि सभी पक्षों के बयान लेने और जांच पूरी होने के बाद ही गिरफ्तारी होगी .रांची से लेकर हजारीबाग तक पुलिस मामले पर नजर बनाए हुई है .गिरफ्तारी की मांग करने वालों को आश्वासन दिया जा रहा है कि पक्षपात नहीं होगा. बता दें कि 26 दिसंबर को सुबह 7 बजे एसडीओ की पत्नी की आग से जली हुई हालत में पहले आरोग्यंम अस्पताल लाया गया. वहां से उसी दिन बोकारो जनरल अस्पताल ले जाया गया. इसके बाद वहां से मेडिका होते हुए देवकमल अस्पताल ले जाया गया.
रांची के देवकमल अस्पताल में 28 दिसंबर की सुबह अनिता कुमारी ने दम तोड़ दिया. अनिता के भाई राजकुमार के बयान पर एसडीओ के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. बताया जाता है कि शनिवार को परिजन शव लेकर लोह सिंहना थाना पहुंचे. अनिता कुमारी का शव एंबुलेंस पर लेकर थाना के मुख्य द्वार पर बैठ गए. अनिता कुमारी के मां-पिता, भाई परिजन रोते रहे, चीख पुकार मचाते रहे .न्याय की गुहार लगाते रहे. वह सदर एसडीओ पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे. परिजनों का आरोप था कि एसडीओ ने ही इस घटना को अंजाम दिया है .इसके पहले उन्होंने अपने दोनों बच्चों को दादा के पास राजा बांग्ला भेज दिया था. लेकिन अभी भी वह ला एंड आर्डर संभालने वाले एसडीओ जैसे जिम्मेदार पद पर बने हुए है.अधिकारी पर कार्रवाई नहीं हो रही है. इधर, एसडीओ के पिता दुर्योधन साव ,छोटा भाई शिवनंदन कुमार साव का बयान दर्ज किया गया है. पिता दुर्योधन साव ने बताया कि उसने खुद तेल छिड़का है .एसडीओ जैसे पद पर रहने के कारण उनके बेटे को फसाने का प्रयास किया जा रहा है. एसडीओ जैसे हाई प्रोफाइल मामला होने के कारण जिला प्रशासन की टीम कई स्तर पर जांच कर रही है. जो भी हो लेकिन इस घटना ने तहलका मचा दिया है. आरोप तो कई तरह के हैं. हजारीबाग के एसडीओ लगातार आरोपों से घिरते जा रहे हैं. लोग बताते हैं कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, एसडीओ पर शिकंजा कसता जाएगा. ससुराल वाले भी आक्रोशित है और वह किसी भी कीमत पर एसडीओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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