धनबाद(DHANBAD): हथिया के बारिश ने सबको हिला दिया है.बंगाल को खतरे में डाल दिया है. यह अलग बात है कि किसान खुश हैं. लेकिन शहर, देहात की सूरत बिगड़ गई है. बंगाल में तो बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है. डीवीसी के मैथन और पचेत डैम से एक लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. इसके बाद बंगाल में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. पश्चिम मेदिनीपुर जिले में अलर्ट जारी कर दिया गया है. सभी विभागों को अलर्ट रहने को कहा गया है. साथ ही कंट्रोल रूम खोल दिए गए हैं.
मैथन डैम का जलस्तर लगातार बढ़ रहा
रुक-रुक कर लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण मैथन डैम का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है .जल जमाव को देखते हुए केंद्रीय जल आयोग ने पश्चिम बंगाल के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा है. धनबाद की बात की जाए तो हथिया की बारिश ने धनबाद शहर की सूरत को बिगाड़ दिया है. नगर निगम के दावों की पोल खोल कर रख दी है. दो दिनों में धनबाद में 96 मिलीमीटर बारिश हुई है. दामोदर नदी का भी जल स्तर बढ़ा हुआ है. शैलाब घास के कारण दामोदर से जलापूर्ति बाधित हो गई है. इस कारण झरिया कोयलांचल के लोग बिन पानी रह रहे हैं. इस बीच कोयलांचल के कई इलाकों में धसान का खतरा बढ़ गया है. गैस रिसाव तेजी से हो रही है. आग मिश्रित ओवर बर्डेन जहां डंप किए गए हैं, वहां से तेज धुआं निकल रहा है. हथिया की बारिश अभी जारी रहने का अनुमान मौसम विभाग ने लगाया है. 1996 के सितंबर महीने में गजाली तांड हादसा हुआ था, जिसमें लगभग 65 लोगों ने जल समाधि ले ली थी. जोरिया का पानी खदान में घुस गया था और लोगों को निकाला नहीं जा सका था.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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