हैदरनगर थाना प्रभारी ने युवक से लूट लिये 99 हजार रुपये, भुक्तभोगी ने एसपी को भेजा पत्र


पलामू(PALAMU): एक कहावत है कि जब रक्षक ही भक्षक बन जाये तो फिर भरोसा किस पर किया जाएगा. ऐसी ही एक घटना स्थानीय थाना क्षेत्र में उजागर हुई है. संतोषडीह गांव निवासी विकास कुमार ने जिले के एसपी को ईमेल द्वारा एक शिकायत पत्र भेजकर आरोप लगाया है कि गत 30 जुलाई की रात्रि में वह हुसैनाबाद क्षेत्र के मलवरिया-मानखाप सड़क की मरम्मत हेतु लेबर को शिफ्ट कर देर रात्रि एक बाइक से अपने दोस्त विक्रांत कुमार सिंह के साथ अपने घर संतोषडीह लौट रहा था. इस बीच हैदरनगर के भाई बिगहा मोड़ पर गश्ती के दौरान थाना प्रभारी अजित कुमार मुंडा उसे चोर-बदमाश कहकर पकड़ लिए और बाइक सहित थाना ले गए. वहां उसके साथ मारपीट की गई और तलाशी के नाम पर उसकी पैंट की जेब से 99 हजार रुपये लूट लिए. साथ ही रकम की मांग करने पर उसके साथ गाली-गलौज की गई और उसे धमकी दी गयी कि पैसे लेने की चर्चा कहीं की तो बाइक चोरी के केस में फंसा देंगें. साथ ही कहा कि थानेदार से पंगा लेना बहुत महंगा पड़ेगा. इसके बाद उसे दिन के दो बजे के लगभग थाना से छोड़ दिया गया. विकास ने कहा है कि वह गत 22 जुलाई को ही अपने चाचा उपेंद्र सिंह से लेबर एवं अन्य मद में खर्च हेतु एक लाख रुपये लिया था. इसमें से एक हजार रुपये वह बाइक में पेट्रोल और नाश्ता में खर्च कर दिया था. बाकी 99 हजार रुपये उसकी पेंट की जेब में थे. भुक्तभोगी युवक ने एसपी से घटना की जांच कराकर न्याय की गुहार लगाई है.
थाना प्रभारी अजित मुंडा ने अपने ऊपर 99 हजार रुपये लेने के लगाए गए आरोप को मनगढंत और झूठा बताते हुए कहा कि विकास कुमार रात्रि में अवैध बालू लदे ट्रेक्टर को पार करवाता है. इसी क्रम में उसे पकड़ा गया था जिसे फिर छोड़ दिया गया.
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