देवघर (DEOGHAR) : देवघर के प्रसिद्ध बाबा मंदिर के तीर्थ पुरोहित न सिर्फ अपने यजमानों की मंगल कामना की याचना बाबा बैजनाथ से करते हैं. बल्कि विश्व के कल्याण के लिए भी कठिन तप करते हैं.इसी क्रम में तीर्थ पुरोहित समाज के कई पुरोहित गोमुख और गंगोत्री में जाकर वहां का पवित्र जल बाबा बैजनाथ पर चढ़ाकर पुरोहितों ने स्थानीय सहित राज्य, देश और विश्व की कल्याण की कामना करते हैं. पुरी यात्रा लगभग ढाई महीने में पूरी होती है. उत्तराखंड के उत्तरकाशी से आरंभ हुए यह यात्रा लगभग ढाई महीने के पश्चात देवघर पहुँची.खासबात है कि हजारों किलोमीटर की यात्रा तीर्थ पुरोहित समाज द्वारा पैदल ही की जाती है.
कांवर में गंगा जल को भोलेनाथ से कराते हैं स्पर्श
देवघर के तीर्थपुरोहित समाज प्रत्येक वर्ष गोमुख और गंगोत्री की यात्रा करते हैं. विश्व कल्याणार्थ के तहत पुरोहितों द्वारा यह अनुष्ठान किया जाता है.यूं तो बाबा नगरी देवघर के सबसे नजदीक सुल्तानगंज पड़ता है जहां उत्तर वाहिनी गंगा बहती है और यही से श्रद्धालु या फिर पुरोहित समाज के लोगों द्वारा गंगाजल लेकर बाबा पर चढ़ाते हैं और सभी की मनोकामना पूर्ण की कामना करते हैं. लेकिन इनमें से भी कई हटी होते हैं जो भागीरथ गंगा और गंगा नदी के उद्यम स्थल से गंगा का जल लेकर बाबा को चढ़ाते हैं.विश्व कल्याणार्थ हेतु इस वर्ष लगभग दर्जनों तीर्थ पुरोहित द्वारा उत्तराखंड के उत्तरकाशी जाया गया.जहां गोमुख स्थान से भागीरथी नदी का दर्शन करने के बाद वहां से कुछ दूर स्थित गंगा नदी का उद्गम स्थल गंगोत्री जाया गया.वहां विधिवत पूजा अर्चना करने के बाद सभी तीर्थ पुरोहितों द्वारा वहां का पवित्र गंगा जल लेकर पैदल यात्रा कर देवघर के लिए प्रस्थान किया गया. लगभग ढाई महीने की कठिन पैदल यात्रा कर आज दर्जनों पुरोहित देवघर पहुंचे. जिला में प्रवेश करने के साथ ही गंगोत्री यात्रा करने वाले तीर्थ पुरोहितों का उनके परिवार सहित समाज के लोगों ने भव्य स्वागत गाजे बाजे के साथ किया गया.इस दौरान होलियाना माहौल में सभी का स्वागत किया गया. यह सभी तीर्थ पुरोहित गंगोत्री से लाये गए गंगाजल को बाबा बैद्यनाथ पर अर्पित करेंगे और अपने जजमान, स्थानीय ,राज्य ,देशवासी सहित विश्व कल्याण की कामना करेंगे. देवघर जिला में पहुंचने के बाद इनके झलक पाने के लिए लोगों का हुजूम उमर पड़ा.
रिपोर्ट. ऋतुराज सिन्हा
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