हाल-ए-बिहार का सरकारी अस्पताल, मोबाइल टॉर्च के सहारे हो रहा मरीजों का इलाज

बिहार(BIHAR) : बिहार के बख्तियारपुर में बिजली का बुरा हाल है, आलम यह है कि अस्पतालों में भी बत्ती गुल हैं. जिसे डॉक्टरो और मरीजों को कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. चिकित्सक टॉर्च के भरोसे मरीजों का इलाज करने को मजबूर है. इन सब कारणों से साफ तौर पर एक बार फिर बिहार के प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं. दरअसल बाढ़ अनुमंडल के बख्तियारपुर सीएचसी में बिजली न होने के कारण डॉक्टर और नर्स मोबाइल के रोशनी में मरिजों का इलाज करने को मजबूर हो गए हैं.
डॉक्टर कर रहे टॉर्च की रोशनी में मरिजो का इलाज
बता दें कि सलीमपुर थाना क्षेत्र के डोमा में हाईवा ने एक ऑटो को टक्कर मार दी. जिसके बाद इस घटना में पांच लोग घायल हो गए. बताया जा रहा है कि सभी लोग शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे. इस बीच यह हादसा हुआ. बताया जा रहा है कि सभी घायलों को बख्तियारपुर सीएचसी में इलाज के लिए लाया गया, लेकिन अस्पताल में बिजली नही थी. जिसके बाद धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर को मरिज का दर्द बर्दास्त नही हुआ और वे तुरंत सभी का इलाज मोबाइल की रोशनी की मद्द से करने लगें. यह दृश्य सरकार की व्यवस्था पर तो सवाल उठा ही रहा है लेकिन इस डॉक्टर ने अपने फर्ज को बखूबी निभाया है.
अस्पताल में इन्वटर और जनरेटर दोनों ही खराब
बता दे कि नर्स मोबाइल की लाइट जला कर घायलों को दवा लगा रही है, तो वहीं चिकित्सक मरीज के हार्ट को पंप करते नजर आए. सभी इलाज मोबाइल का लाइट जला कर किया गया. हालांकि बताया जा रहा है किअस्पताल का इन्वटर और जनरेटर दोनों ही खराब हो गई जिस कारण ऐसी स्तिथि उत्पन हुई. हालांकि चिकित्सकों द्वारा मोबाइल के रोशनी से इलाज करने के बाद दाखिल मरीज दहश्त में है.
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