रांची(RANCHI) - किसी भी राज्य की पुलिस वहां की विधि व्यवस्था को संभालने में सक्षम हो तो उस राज्य की छवि ही अलग होती है. उदाहरण के तौर पर दिल्ली पुलिस की बात करें तो आपको लगेगा कि यह पुलिस अन्य राज्यों की तुलना में काफी मजबूत और आधुनिक है.
आधुनिकीकरण पर ध्यान देना बेहद जरूरी
झारखंड की सरकार भी चाहती है कि उसकी पुलिस मजबूत हो और आधुनिक भी. इसके लिए कई स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं. विधि व्यवस्था संधारण में आधुनिक तकनीक का प्रयोग पर भी बल दिया जा रहा है. झारखंड में अपराध के कई स्वरूप हैं जो पुलिस के लिए चुनौती हैं. यह वामपंथी उग्रवाद के अलावा कई आपराधिक गिरोह, आर्थिक अपराध को अंजाम देने वाले समूह के अलावा सामान्य किस्म के अपराध को अंजाम देने वाले गैंग या अपराधी ग्रुप भी हैं. झारखंड पुलिस को मजबूत होना ही चाहिए इसके आधुनिकीकरण पर ध्यान देना बेहद जरूरी है. राज्य सरकार ने इसके लिए कई स्तर पर काम करना शुरू कर दिया है. पुलिस विभाग में खाली पड़े दारोगा और पुलिस कांस्टेबल्स के खाली पड़े पदों को भी भरा जाएगा. इसके लिए भी प्रक्रिया शुरू की जाने वाली है.
मंत्रिपरिषद ने 3179 नए इंसास राइफल खरीदने को दी मंजूरी
इसके अतिरिक्त आधुनिक हथियार भी खरीदे जाएंगे. राज्य सरकार ने इंसास राइफल खरीदने का निर्णय लिया है. मंत्रिपरिषद ने 3179 नए इंसास राइफल खरीदने को मंजूरी दी है. नए आधुनिक इंसास राइफल से पुलिस को अपराधियों से मुकाबला करने और स्वयं की रक्षा करने में सहूलियत होगी. पुलिस का आत्मबल भी बढ़ेगा. इसके अतिरिक्त 4567 अदद 51 एमएम मोर्टार भी खरीदे जाएंगे. सरकार ने गृह विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. इसके अतिरिक्त पुलिस महकमा को आधुनिक संचार तंत्र से भी लैस करने की योजना है. मुंबई और दिल्ली पुलिस के द्वारा उपयोग में आने वाली सर्विलांस प्रणाली को अपनाया जाएगा. इसके लिए भी उपकरण खरीदने की योजना है.
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