धनबाद(DHANBAD) : धनबाद-झरिया कोयलांचल के लिए एक अच्छी खबर निकल कर आ रही है. सूत्रों के अनुसार संशोधित झरिया मास्टर प्लान को केंद्रीय मंत्रिमंडल जल्द मंजूरी दे सकता है. इसके पहले झरिया मास्टर प्लान को केंद्र ने 2009 में मंजूरी दी थी. इस योजना पर 7,112,11 करोड़ रुपए खर्च करने थे. योजना की समय सीमा खत्म हो गई, लेकिन इसे बढ़ाया नहीं गया. नतीजा हुआ कि पुनर्वास के काम ठप गए. सूत्रों के अनुसार संशोधित झरिया मास्टर प्लान को जल्द ही मंत्रिमंडल मंजूरी दे सकता है.
पुनर्वास के पहले चरण में उन स्थानों को प्राथमिकता दी जाएगी, जहां मानव जीवन को तत्काल खतरा है और उसके बाद कम जोखिम वाले और कम खतरनाक स्थान का पुनर्वास किया जाएगा. संशोधित झरिया मास्टर प्लान के तहत कोल इंडिया प्रतिवर्ष 500 करोड रुपए की सहायता देगी. भारत कोकिंग कोल लिमिटेड आग लगने की घटनाओं से निपटेगी. अभी हाल ही में कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी धनबाद आए थे. उन्होंने भूमिगत आग को नजदीक से देखा था.
उन्होंने भरोसा दिया था कि जल्द ही संशोधित झरिया मास्टर प्लान को मंजूरी मिल जाएगी. लेकिन अभी भी मंजूरी की प्रतीक्षा की जा रही है. झरिया कोयलांचल में विश्व की सबसे बेहतर क्वालिटी का कोयला पाया जाता है. यहां कोकिंग कोल मिलता है. कोलियरियों के अगल-बगल या अग्नि प्रभावित इलाकों में भी परिवार रहते है. भू-धंसान की घटनाएं भी अक्सर होती रहती है. लोगों की जानें भी जाती है और जान-माल का नुकसान भी होता है. बीसीसीएल ने कई इलाकों को खतरनाक क्षेत्र घोषित कागज में जरूर कर दिया है, लेकिन वहां रह रहे लोगों का पुनर्वास नहीं हो पाया है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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