घोखाघड़ी से भारतीय नागरिकता लेने के आरोप में बंगलादेशी नागरिक गिरफ्तार, जानिए कैसे लिया दोहरी नागरिकता


गिरिडीह (GIRIDIH) : गिरिडीह के गांवा थाना पुलिस ने धोखाधड़ी से भारत की नागरिकता लेने के आरोप में एक बंग्लादेशी नागरिक को मंगलवार की देर रात गिरफ्तार किया है. आरोपी नौशाद आलम गांवा थाना के पूर्वी पिहरा के चटनियादाह गांव निवासी अजीमुद्दीन का बेटा बताया जा रहा है. आरोपी नौशाद आलम के खिलाफ धनवार के सहायक निर्वाचन सह अंचल अधिकारी महेंद्र रविदास ने गांवा थाना में बुधवार की दोपहर केस दर्ज कराया. मामले की गंभीरता देखते हुए इसके चंद घंटे बाद ही धोखाधड़ी से दोहरी नागरिकता रखने के आरोप में गांवा थाना पुलिस ने नौशाद आलम को गिरफ्तार कर लिया गया. जिससे अब पूछताछ की जा रही है. पुलिस इनसे जानने के प्रयास में है की इस आरोपी का सहयोग और किन किन लोगों ने किस मकसद के साथ किया है. गिरफ्तार आरोपी नौशाद आलम ने भारत की दोहरी नागरिकता आखिर क्यों लिया.
मामले का खुलासा
जानकारी के अनुसार सहायक निर्वाची सह अंचल अधिकारी महेंद्र रविदास ने द रिपजेटेशन ऑफ people एक्ट के 1950 के तहत धोखाधड़ी कर दोहरी नागरिकता लेने के आरोप में केस दर्ज कराया है. सहायक निर्वाची पदाधिकारी की माने तो आरोपी नौशाद आलम के पास पहले से बंगलादेश का पासपोर्ट मौजूद था. लेकिन बंगलादेश के इस नागरिक नौशाद आलम ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारत का मतदाता परिचय पत्र बनाकर भारत की नागरिकता हासिल किया. जब पूरे मामले की जांच भारत चुनाव आयोग ने की तो मामले का खुलासा हुआ . जबकि कोलकाता के फॉरेंस रीजनल रजिस्ट्रेशन अधिकारी ने भी मामले में गिरिडीह के धनवार के सहायक निर्वाचन अधिकारी सह अंचल अधिकारी महेंद्र रविदास को पत्र लिख कर इस आरोपी के खिलाफ कारवाई का निर्देश जारी किया. इसके बाद अंचल अधिकारी ने केस दर्ज कराया.
रिपोर्ट: दिनेश कुमार, गिरिडीह
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