धनबाद(DHANBAD): सोमवार की रात से झारखंड का पुलिस अमला पूरी तरह से रेस है. हो भी क्यों नहीं पुलिस अधिकारी पर ही गैंग्स टर के गुर्गे ने फायरिंग कर दी थी. एटीएस डीएसपी को गोली लगने के बाद अपराधियों की खोजबीन तेज हो गई है. सर्च अभियान, छापेमारी अभियान जारी है. झारखंड का चाहे दुमका जेल हो अथवा रांची या घाघीडीह अथवा धनबाद, सभी जगह झारखंड में सक्रिय गैंगस्टर अथवा उनके गुर्गे बंद हैं और जेल से ही गैंग चला रहे हैं. गैंगस्टर अमन साव गिरोह पर गोली मारने का आरोप है. अमन साव फिलहाल दुमका जेल में बंद है. इसके बाद भी उसका गिरोह लगातार सक्रिय है. कोयला कारोबारियों से रंगदारी वसूल रहा है.
7 जुलाई को गिरोह के लोगों ने रांची में कोयला कारोबारी को गोली मार दी थी. कोयला कारोबारी की जान तो बच गई, इसके बाद से ही रांची पुलिस और एटीएस की टीम अमन साव गिरोह के पीछे पड़ी हुई थी. गिरोह के गुर्गों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. अमन साव का सबसे करीबी मयंक सिंह कोयला कारोबारियों से वर्चुअल कॉल के जरिए रंगदारी मांग रहा है. हाल के दिनों में और कई लोगों से रंगदारी मांगी गई है. अमन साव के गुर्गे को पकड़ने गई एटीएस और पुलिस टीम पर सोमवार की रात लगभग 9 बजे पतरातू थाना क्षेत्र में फायरिंग कर दी गई. एटीएस के डीएसपी नीरज कुमार को पेट में, रजरप्पा थाना के दरोगा सोनू कुमार को जांघ में गोली लगी है. घटना के बाद तो पुलिस महकमे में अफरा-तफरी मच गई. घटनास्थल से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर डीएसपी को मेडिका अस्पताल रांची में भर्ती कराया गया है. बाद में दरोगा भी यही भर्ती हुए हैं .
अपराधियों ने डीएसपी और दरोगा पर की ताबड़तोड़ फायरिंग
जानकारी के अनुसार एटीएस की टीम सोमवार की दोपहर अमन साव गैंग के कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी. इसमें गैंग के बॉबी खान के बारे में उन्हें जानकारी मिली थी. इसके बाद एटीएस और रामगढ़ पुलिस की संयुक्त टीम बॉबी खान को गिरफ्तार करने निकली. टीम रात लगभग 9 बजे सरना उच्च विद्यालय के समीप पहुंची. उसी वक्त बॉबी खान एक युवक के साथ बाइक से जाता दिखा. टीम ने जैसे ही बॉबी खान को पकड़ने की कोशिश की ,बाइक के पीछे बैठे अपराधी ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. इसी दौरान डीएसपी और दरोगा को गोली लगी .
अपराधी गिरोह पूरे झारखंड पुलिस के लिए बड़ी चुनौती
धनबाद में भी प्रिंस खान और अमन सिंह का गिरोह काम करता है .अमन सिंह फिलहाल धनबाद जेल में है ,जबकि प्रिंस खान किसी खाड़ी देश में बैठकर गैंग संचालित कर रहा है. पुलिस ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है लेकिन प्रिंस का गैंग फायरिंग कर रहा है और मेजर के नाम से पर्चा जारी कर फायरिंग की जिम्मेवारी भी ले रहा है. अब यह अपराधी गिरोह पूरे झारखंड पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गए हैं. देखना है इन गिरोहों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस आगे किस रणनीति पर काम करती है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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