दामोदर नद में जब बहने लगा फर्नेस ऑयल, मची अफरा-तफरी- जानिये इसकी वजह


धनबाद (DHANBAD): दामोदर नद में बुधवार की शाम लगभग 5:00 बजे तेल बहाने से अफरा-तफरी मच गई. जानकारों के अनुसार यह है और इसके बहने से पानी पूरी तरह से प्रदूषित हो गया है. जल संयंत्र में खराबी ना आ जाए , इसके लिए प्लांट को बंद कर दिया गया है. वैसे, इलाके में 3 दिनों से जलापूर्ति ठप है और 12 लाख लोग पानी-पानी कर रहे हैं. यह फर्नेस आयल कहां से आ आ रहा है, इसकी जानकारी हासिल करने के लिए पेट्रोलिंग शुरू कर दी गई है. जांच के बाद ही मामला सामने आएगा कि यह फर्नेस ऑयल बोकारो स्टील प्लांट या तेनुघाट कहां से छोड़ा जा रहा है.
वरीय अधिकारियों को जानकारी देकर प्लांट किया गया बंद
तेल बहने की सूचना मिलते ही कर्मचारियों ने इसकी जानकारी वरीय अधिकारियों को दी और उसके बाद प्लांट को बंद कर दिया गया. झमाड़ा के एसडीओ पंकज झा के अनुसार पेट्रोलिंग शुरू करा दी गई है, जांच चल रही है. 2019 में भी इसी तरह का मामला सामने आया था. इधर, झमाडा जल संयंत्र केंद्र, जामाडोबा में मुख्य द्वार के निकट 6 महीने में 3 बार झरिया जल मीनार जाने वाली 30 इंच पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है. उक्त स्थान पर जब भी पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होती है, ठेका मजदूरों को लगाकर काम कराया जाता है. आरोप है कि घटिया सामग्री का इस्तेमाल होता है , जिसके बाद पाइप लाइन जल्द क्षतिग्रस्त हो जाती है और पानी के लिए हाहाकार मच जाता है.
बरसात में भी झरिया के लोग कह रहे -पानी दो-पानी दो
क्षतिग्रस्त पाइप लाइन की मरम्मत का काम चल रहा है ,बुधवार की सुबह मजदूरों ने पूर्व में की गई पैकिंग को हटाया और उसे कवर देकर कंक्रीट से पैकिंग की तैयारी हो रही है. अब कंक्रीट से पैकिंग होने के बाद वह सूखेगा, तब जाकर पानी की सप्लाई संभव हो पाएगी. इधर दामोदर नद का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. 454 आर एल से बढ़कर 456 आर एल हो गया है. पानी में कचरा बह कर आने से इंटकवेल के फुटबॉल बार-बार जाम हो जाते हैं, हर 2 घंटे में सफाई की जरूरत होती है. ऐसा नहीं होने से सप्लाई बाधित हो जाती है. निर्बाध बिजली भी पानी संकट का एक प्रमुख कारण है. आए दिन 3 से 4 घंटे तक बिजली ठप रहती है. जिससे जल भंडारण का काम प्रभावित होता है और झरिया के लोग बरसात में भी पानी-पानी चिल्लाने को बाध्य होते हैं.
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