धनबाद(DHANBAD): सात साल बाद जैनेन्द्र सिंह उर्फ पिंटू सिंह जमानत मिलने के बाद खुली हवा में सांस लेगा. धनबाद जेल में 3 दिसंबर को गैंगस्टर अमन सिंह हत्या मामले में भी गुरुवार को हाईकोर्ट ने उसे जमानत दे दी है. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट से पिंटू सिंह को पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या मामले में जमानत मिल चुकी है. अमन सिंह की जेल में हुई हत्या मामले में जांच कर रही सीआईडी ने पिंटू सिंह के खिलाफ न्यायालय में चार्ज शीट सौपी थी. उस पर आरोप है कि उसने जेल के अंदर अमन सिंह को मारने के लिए मंगाए गए हथियार को छिपाने में भूमिका निभाई थी.
हत्या के बाद जेल में वह अन्य आरोपियों के साथ जश्न मनाया था. इस मामले में रांची व्यवहार न्यायालय में सीआईडी के विशेष न्यायालय से 16 जुलाई को पिंटू सिंह की बेल खारिज हुई थी. गुरुवार को हाईकोर्ट ने इस मामले में भी उसे जमानत दे दी है. 3 दिसंबर" 2023 को धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड ने धनबाद से लेकर रांची तक पुलिस महकमे में हलचल मचा दिया था. कई स्तरों पर जांच की कार्रवाई शुरू हुई, बाद में अमन सिंह हत्याकांड की जांच सीआईडी को सौंप दी गई.
धनबाद के पूर्व ड्यूटी मेयर और कांग्रेस नेता नीरज सिंह और उनके तीन समर्थकों को 21 मार्च 2017 की शाम गोलियों से भून दिया गया था. यह हमला उस वक्त हुआ था, जब नीरज सिंह अपनी गाड़ी से स्टील गेट स्थित रघुकुल अपने आवास जा रहे थे. नीरज सिंह की गाड़ी जैसे ही स्टील गेट पहुंचकर ब्रेकर पर धीमी हुई, हमलावरों ने तीन तरफ से घेर कर गोलियां बरसानी शुरू कर दी. जब तक नीरज सिंह कुछ समझ पाते, हमलावरों ने उन पर गोलियों की बरसात कर दी. कहा तो यह भी जाता है कि इस हत्याकांड में 100 राउंड से अधिक फायरिंग की गई थी. इस हमला कांड में नीरज सिंह के अलावा उनके निजी बॉडीगार्ड मुन्ना तिवारी,चालक और समर्थक अशोक यादव की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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