आजाद भारत में पहली बार झारखंड ने अपनायी ब्रिटिश तकनीक, पतरातू लेक रिसोर्ट के समीप बनाया गया आकर्षक रेस्ट हाउस, जानिए क्या हैं विशेषताएं

टीएनपी डेस्क: आजाद भारत में पहली बार ब्रिटिश वास्तुशिल्प पद्धति से रेस्ट हाउस बनाया गया है. देश में पहली बार राज्य ने ब्रिटिश तकनीक को अपनाया है. अब रामगढ़ में ब्रिटिश वास्तुशिल्प पद्धति से बना रेस्ट हाउस दिखेगा. यह अनूठा प्रयोग रामगढ़ जिला के पतरातू स्थित लेक रिसॉर्ट के समीप किया गया है. यहां वन विभाग ने ब्रिटिश वास्तुशिल्प पद्धति से रेस्ट हाउस का निर्माण कराया है.
आकर्षक रेस्ट हाउस बनाने में वन विभाग को खर्च हुए एक करोड़
बताया गया कि इसमें वन विभाग को करीब एक करोड़ रुपए खर्च आए हैं. नवनिर्मित एरिया पांच हजार स्क्वायर फीट में फैला है. इसमें पांच कमरे और दो भव्य हॉल बनाए गए हैं.
आपको बताते चलें कि पतरातू लेक रिसोर्ट ने देशभर में ख्यति प्राप्त की है. यहां देश और प्रदेश लेवल के कार्यक्रम होते हैं. इसमें बड़े-बड़े जनप्रतिनिधियों, उद्योगपतियों, पदाधिकारियों का आना जाना होता है. इस दौरान उन्हें सरकारी स्तर पर ठहराने में काफी परेशानी होती है. वन विभाग की ओर से रेस्ट हाउस निर्मित होने से काफी सहूलियत होगी.
आखिर क्या है इस रेस्ट हाउस की विशेषताएं
ब्रिटिश वास्तुशिल्प रेस्ट हाउस में भव्यता और विस्तार की भावना को देखा जा सकता है, जो अक्सर बड़े पैमाने पर निर्माण और विस्तृत सजावट में होता है. इसमें स्थानीय सामग्री का उपयोग किया जाता है. निर्माण के दौरान प्रयुक्त होने वाले पत्थर, ईंट और लकड़ी शामिल हैं. विस्तृत सजावट नक्काशी वाले पत्थर, विस्तृत खिड़कियां और जटिल डिजाइन वाले दरवाजे होते हैं. रामगढ़ में पहले जमाने की चीजें नई रूप में दिखेंगी.
रामगढ़ जिले के वन प्रमंडल पदाधिकारी नीतीश कुमार का कहना है कि पतरातू लेक रिसोर्ट के समीप आकर्षक रेस्ट हाउस बना है. केवल फिनिशिंग बाकी है. इसके बाद वन विभाग की ओर से निर्मित रेस्ट हाउस पूरी तरह से चालू होगा.
4+