धनबाद((DHANBAD): जमीन के कारोबार में पिछले 4 सालों में धनबाद में पांच हत्याएं. हत्याएं भी ढिठाई से की गई. जमीन के धंधे में मोटी कमाई के कारण कारोबारी अक्सर अपराधियों और रंगदारों के रडार पर रहते हैं. अकसर उनसे रंगदारी मांगी जाती है. आपस में टकराते भी हैं. आपसी प्रतिद्वंद्विता में भी हत्या की जाती है. कभी-कभी तो एक ही जमीन को खरीदने के लिए दो या दो से अधिक कारोबारी उत्सुक होते हैं. जमीन के मालिक को अधिक से अधिक लालच देकर जमीन लेना चाहते हैं. ऐसे में दूसरे इच्छुक लोग भी पीछे हटना नहीं चाहते. नतीजा होता है कि जमीन कारोबारियों को जान देकर इसकी कीमत चुकानी पड़ती है. घटना के बाद अपराधी पकड़ में आते हैं, बावजूद घटनाएं कम नहीं होती.
क्या कहते हैं आँकड़े
धनबाद में ईजी गोइंग मनी कमाने की आदत लोगों को इतनी अधिक है कि उसमें जहां भी खलल पड़ता है, बर्दाश्त नहीं कर पाते और हत्या तक कर या करवा देते हैं. आंकड़ों पर गौर करें तो 2019 में जमीन कारोबारी समीर मंडल की हत्या हुई ,फिर 2021 में शहजाद खान की जान ले ली गई, 2021 में ही लाला खान और नन्हे की हत्या हुई और 5 दिसंबर 22 को अजय पासवान को मौत के घाट उतार दिया गया. अजय पासवान को सोमवार की रात सैकड़ों आंखों के बीच सराय ढेला थाना क्षेत्र में गोली मारकर हत्या कर दी गई. इसके पीछे भी जमीन का मामला ही अभी तक सामने आ रहा है. अजय पासवान एक रिसेप्शन पार्टी में गए थे, जहां घात लगाए हत्यारों ने उन्हें गोली मार दी. गोली उनकी गर्दन में लगी, जो नीचे से ऊपर की ओर गई और उनके स्पाइनल कॉर्ड को छेद दी. गोली लगने के तुरंत बाद वह गिर पड़े .आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इस संबंध में f.i.r. कर पुलिस आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है. लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद
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