रांची(RANCHI): झारखंड में पहले चरण का मतदान खत्म हो गया है. 43 सीट पर मतदान के दौरान बढ़ चढ़ कर मतदाताओं ने हिस्सा लिया है. अब सभी को इंतजार 23 तारीख का है. जब सभी सीट पर कौन भारी पड़ा और जनता ने किसे जीत का सेहरा सजा कर विधानसभा भेजती है. अगर बात पलामू जिला के अंतर्गत आने वाली सीट की करें तो सभी सीट पर मतदान शांतिपूर्ण सम्पन्न हो गया है. अब सभी उम्मीदवार के समर्थक चौक-चौराहे पर अपनी अपनी जीत का दावा और कयास लगाना शुरू कर दिया है.
सबसे पहले पलामू जिला मुख्यालय के अंतर्गत आने वाले डाल्टनगंज भंडरिया विधानसभा क्षेत्र की करें तो सीट पर भी कई उम्मीदवार थे. लेकिन कांग्रेस,भाजपा और निर्दलीय तीन मुख्य प्रत्याशी की किस्मत दाव पर है. ऐसे में कांग्रेस से चुनावी मैदान में उतरे के एन त्रिपाठी की साख दाव पर है. अब चुनाव खत्म हो गया इंतजार मतगणना का है, लेकिन इससे पहले त्रिपाठी समर्थक जीत का दावा कर रहे है. इसके अलावा भाजपा समर्थक की करें तो वह भी चौक चौराहों पर आपस में चर्चा कर हुंकार भर रहे है. फिर से आलोक को विधानसभा भेजने को आश्वस्त दिख रहे है. इसके अलावा निर्दलीय चुनावी अखाड़े में उतरे दिलीप नामधारी भी खुद के जीत का दम भरते दिख रहे हैं.
इसके अलावा अब दूसरे सीट छतरपुर की करें तो यहां भाजपा, राजद, कांग्रेस और सपा के उम्मीदवार की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है. मतदान के बाद सभी ने मतदाताओं का आभार जताया है कि बढ़ चढ़ कर इस पर्व में हिस्सा लेने के लिए घर से निकले. अब भाजपा से पुष्पा देवी चुनाव लड़ रही है. इनके समर्थक कई फैक्टर बता कर खुद के जीत के लिए अभी से ही खुश है. इसके अलावा कांग्रेस राजाद और सपा का भी गढ़ रहा है. इस सीट पर सभी ऐसे चेहरे है जिनकी अपनी पकड़ क्षेत्र में है. लेकिन इस सीट पर लड़ाई त्रिकोणिय है. देखना होगा कि कौन बाजी मारता है.
तीसरी सीट हुसैनाबाद विधानसभा है. झारखंड में एक हॉट सीट बन गई है. मतदान भी खूब हुआ है. यहां भाजपा से कमलेश सिंह, राजद से संजय यादव, बसपा से कुशवाहा शिवपूजन मेहता और निर्दलीय विनोद सिंह के बीच लड़ाई है. मतदान खत्म होने के बाद सभी ने अपनी अपनी जीत का दावा किया है और जातिगत समीकरण जोड़ घटाव करने में लगे है. लेकिन अब जब ईवीएम खुलेगी तो तस्वीर साफ हो पाएगी कि आखिर किसके सर पर ताज जनता पहना चुकी है. फिलहाल चर्चा और दावा का दौर तो 23 नवंबर तक जारी रहने वाला है. लेकिन इंतजार सभी को मतगणना के दिन का है.
चौथी सीट पांकी है इस सीट पर भी भाजपा, कांग्रेस और निर्दलीय के बीच लड़ाई अब तक दिखी है. सभी अपने अपने समीकरण को साध कर चुनाव में खूब मेहनत किया है. मतदान खत्म होने के बाद यहां भी जातिगत समीकरण को बैठा कर प्रत्याशी और समर्थक जीत को लेकर आश्वस्त दिख रहे है. ऐसे में लड़ाई भाजपा और कांग्रेस के साथ निर्दलीय में है तो परिणाम भी दिलचस्प होने वाला है. कांटे की टक्कर में कौन बाजी मारता है, यह अब कुछ दिन में साफ हो जाएगा फिलहाल सभी की किस्मत EVM में कैद है.
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