धनबाद(DHANBAD): चुनाव परिणाम आने के बाद झरिया की "राजनीतिक आग" अब पूरी तरह से पारिवारिक विवाद में बदल गई है. अचानक टकराहट बढ़ गई है. कुजामा की घटना के बाद शनिवार को विधायक रागनी सिंह के कार्यालय के बाहर फायरिंग हो गई. फायरिंग करने का आरोप भगोड़े शशि सिंह पर लगा है. गुटों में बंटा एक ही परिवार आपस में टकरा रहा है. सवाल किये जा रहे हैं कि क्या झरिया फिर एक बार "त्रिकोण" में फंस गई है. मतलब सिंह मेंशन, रघुकुल और पृथ्वी मेंशन (इंदौरी). यह अलग बात है कि पृथ्वी मेंशन और रघुकुल फिलहाल एक साथ है. सिंह मेंशन में पूर्व विधायक कुंती सिंह का परिवार रहता है, तो रघुकुल में पूर्व विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह का परिवार रहता है. पृथ्वी मेंशन में रामधीर सिंह का परिवार रहता है.
शनिवार की घटना के बाद पुलिस जांच में जुटी
शनिवार को फायरिंग की जो घटना हुई, उसमें विधायक रागिनी सिंह का सीधा आरोप है कि भगोड़ा शशि सिंह ने ही फायरिंग की है. सीसीटीवी के फुटेज में साफ दिखने का दावा किया गया है. विधायक ने दावा किया है कि उन्होंने पुलिस से लिखित शिकायत भी की है. उस शिकायत में अन्य पर भी आरोप है. पूर्व विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह, एकलव्य सिंह, हर्ष सिंह को साजिश कर्ता बताया गया है. विधायक रागिनी सिंह ने यह भी कहा है कि उन लोगों ने मिलकर मेरी हत्या की साजिश रची थी. जानकार बताते हैं कि विधायक कार्यालय के बाहर फायरिंग के आरोपी शशि सिंह 8-9 साल पहले तक अपने परिवार के साथ सिंह मेंशन में ही रहता था. सिंह मेंशन यानी कुंती सिंह परिवार के साथ घनिष्टता थी.
2005,2009 और 2014 के विधानसभा चुनाव में शशि सिंह कुंती सिंह परिवार के साथ था
2005 के विधानसभा चुनाव में शशि सिंह ने कुंती सिंह को जीताने के लिए काम किया था. उस समय चुनाव प्रचार के लिए अभिनेत्री महिमा चौधरी झरिया आई थी, उस समय विवाद हो गया था. उस समय शशि सिंह मेंशन के पक्ष में था. 2009 के विधानसभा चुनाव में भी कुंती सिंह को जीताने के लिए शशि सिंह ने सब कुछ अपना दांव पर लगा दिया था. इतना ही नहीं, 2014 के चुनाव में पूर्व विधायक संजीव सिंह के पक्ष में रामधीर सिंह और उनका परिवार खुलकर था. संजीव सिंह चुनाव जीत गए और 2014 में पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह झरिया से चुनाव हार गए थे. लेकिन उसके बाद परिस्थितियां बदलती गई, विवाद बढ़ता गया.
2024 के विधानसभा चुनाव में रामधीर सिंह का परिवार पूर्व विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के साथ था
2024 के विधानसभा चुनाव में रामधीर सिंह का परिवार पूर्व विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के साथ था. चुनाव में काम भी किया. शनिवार को फायरिंग की घटना से और विधायक रागिनी सिंह की पुलिस में शिकायत के बाद तो यह बात बिल्कुल साफ हो गई है कि अब लड़ाई लंबी हो गई है. परिवारों के बीच दरार अधिक बढ़ गई है. नीरज सिंह की हत्या के आरोप में पूर्व विधायक संजीव सिंह 2017 से ही जेल में बंद है. झरिया विधायक रागनी सिंह ने आरोप लगाया था कि शनिवार को उनकी हत्या की साजिश रची गई थी. साजिश रचने वालो में पूर्व विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह सहित उनके परिवार के अन्य लोग शामिल है. फायरिंग करने का आरोप विधायक ने रामधीर सिंह के पुत्र शशि सिंह पर लगाया था. शशि सिंह कोयला किंग रहे सुरेश सिंह हत्याकांड में फरार चल रहा है.
पढ़िए-विधायक रागनी सिंह ने अपनी शिकायत में क्या कहा है
रागिनी सिंह ने अपनी शिकायत में कहा था कि मैं रागिनी सिंह, विधायक झरिया विधानसभा, सरायढेला का निवासी हूं, दिनांक 11 जनवरी 25 को सुबह
लगभग 7 बजे मुझे कतरास मोड़, झरिया स्थित मेरे कार्यालय में जाने का कार्यक्रम था. जिसकी सूचना बहुत सारे लोगों को थी. लेकिन ठंड की वजह से घर से निकलने में विलंब हो गया. तब तक सुबह के लगभग 8 बज चुके थे. मुझे सूचना प्राप्त हुई कि मेरे कार्यालय में दो लोग आए थे. जिनमें से एक व्यक्ति के हाथ में रुमाल से ढकी हुई पिस्टल थी. कुछ देर इधर-उधर देखने के बाद कार्यालय के बाहर निकलते ही फायरिंग करने लगे.
कहा-सीसीटीवी फुटेज में सबकुछ साफ़ दिखने का किया गया है दावा
मेरे मुख्य कार्यालय के सामने सड़क की दूसरी तरफ स्थित पुराने कार्यालय के दरवाजे पर गोली चलाई गई. जिसके निशान अभी भी है. घटना के बाद अपने कार्यालय पहुंची और सीसीटीवी फुटेज देखा. तो पहचाना कि एक व्यक्ति शशि सिंह, पिता रामधीर सिंह (जो हत्या के आरोप में 14 वर्षों से कानून की नजर में फरार है) फायरिंग कर रहा था. दूसरा व्यक्ति नवीन सिंह था. विधायक ने अपनी शिकायत में यह भी कहा है कि पूर्व में कई बार पूर्व विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के परिजन एकलव्य सिंह, हर्ष सिंह मेरी हत्या की साजिश करते रहे है. शनिवार की घटना में एकलव्य सिंह एवं हर्ष सिंह ने ही सजिश कर, मेरी हत्या करने की मंशा से शशि सिंह जैसे अपराधी को मेरे कार्यालय में भेजा.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
4+