जिस दिन होनी थी शादी, उसी दिन उठी अर्थी, धनबाद और बोकारो के परिवार वाले पूछ रहे-आखिर हमलोगों का क्या कसूर!

जिस दिन होनी थी शादी, उसी दिन उठी अर्थी, धनबाद और बोकारो के परिवार वाले पूछ रहे-आखिर हमलोगों का क्या कसूर!