हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल की बदहाली जान हर कोई हो रहा हैरान, सौ रुपए लेकर या मोबाइल गिरवी रखकर अस्पताल में मरीजों को दिया जा रहा था कंबल, व्हीलचेयर और स्ट्रेचर

टीएनपी डेस्क: सौ रुपए लेकर या मोबाइल गिरवी रखकर अस्पताल में मरीजों और उनके परिजनों को कंबल, व्हीलचेयर और स्ट्रेचर दिया जा रहा था. इसकी शिकायत के बाद सांसद मनीष जायसवाल शनिवार की सुबह वहां पहुंचे और सुपरिंटेंडेट को जमकर फटकार लगायी. सांसद ने पहले ट्रामा सेंटर, इमरजेंसी ओपीडी, ड्रेसिंग रूम, प्लास्टर रूम का निरीक्षण किया. इस दौरान कई खामियां सामने आयी. उन्हें पिछले दिनों यह शिकायत मिली थी कि अस्पताल में 100 रुपए लेकर या मोबाइल गिरवी रखकर कंबल, व्हीलचेयर और स्ट्रेचर दिया जा रहा है. कुछ लोगों ने यह भी शिकायत की थी कि बेडशीट भी नहीं मिल पाता है और बेडशीट रहते हुए भी चिकित्साकर्मियों द्वारा देने से मना कर दिया जाता है. सांसद मनीष जायसवाल ने सिस्टम में जल्द सुधार लाने का आदेश दिया. विभिन्न वार्डों में मरीज से कैथेटर लगाने, ड्रेसिंग करने सहित अन्य सुविधा के लिए भी मनमानी वसूली किए जाने का आरोप लगाया.
रविवार की रात को अस्पताल का जांच घर कार्य नहीं करने, वहां सीनियर डॉक्टर दूसरी पाली के ओपीडी और विशेषकर रात्रि में उपलब्ध नहीं रहने, लेबर रूम में मनमानी वसूली किए जाने, अस्पताल का अल्ट्रासाउंड अब तक चालू नहीं किए जाने, पोस्टमार्टम में देरी एवं चिकित्सक मनमानी करने के कारण कई एक बार मुर्दों के साथ परिजनों को घंटों इंतजार कराए जाने सहित अन्य मामले को गंभीरता से कई सवाल पूछे.
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