डिजिटलीकरण के दौर में भी इस गांव के ग्रामीण दूर संचार सेवा से वंचित, बीएसएनएल नेटवर्क होने के बाद भी नहीं मिल रहा लाभ


पलामू(PALAMU): आज हर चीज डिजिटल हो गई है. हर काम ऑनलाइन किए जा रहे हैं. लेकिन झारखंड के पलामू जिले के हुसैनाबाद का एक ऐसा गांव हैं, जो आज भी संचार सेवा से वंचित है. हुसैनाबाद अनुमंडल मुख्यालय से 25 किमी दूर अति उग्रवाद प्रभावित महूदंड ग्राम पंचायत के लोग आज भी इस डिजिटलीकरण के दौर में ऑनलाइन कार्यों के लिए अनुमंडल का चक्कर लगाने के लिए मजबूर हैं. इस गांव में एक साल से बीएसएनएल का टॉवर तो है लेकिन अब तक इसे चालू नहीं किया गया है. ऐसे में पंचायत की मुखिया मीना देवी ने शुक्रवार को अनुमंडल पदाधिकारी हुसैनाबाद से बीएसएनल का नेटवर्क चालू कराने और जियो का नेटवर्क लगवाने की मांग की है. उन्होंने इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी को मांग पत्र भी सौंपा है.
राशन वितरण में भी दुकानदारों को दिक्कतों का करना पड़ता है सामना
मांग पत्र में मुखिया मीना देवी ने कहा है कि अनुमंडल मुख्यालय से 25 किमी दूर महूदंड ग्राम पंचायत की छह हजार आबादी आज भी दूर संचार सेवा से वंचित हैं. इससे ग्रामीणों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है और तो और ऑनलाइन सरकारी कार्यों को कराने के लिए ग्रामीणों को हुसैनाबाद आना पड़ता है. साथ ही नेटवर्क नहीं रहने की वजह से ऑनलाइन बैंकिंग, प्रज्ञा केंद्र, ग्राहक सेवा केंद्र के साथ-साथ जनवितरण प्रणाली के दुकानदारों को भी ई-पास मशीन से राशन वितरण के लिए जंगल में पहाड़ का सहारा लेना पड़ता है. दुकानदारों को पहाड़ी क्षेत्रों पर नेटवर्क की तलाश कर उपभोक्ताओं से बायोमैट्रिक के माध्यम राशन वितरण करना पड़ता है.
मुखिया ने अनुमंडल पदाधिकारी से महूदंड पंचायत में दूर संचार सेवा बहाल कराने का आग्रह किया है. वहीं, अनुमंडल पदाधिकारी केके कांवड़िया ने इसे गंभीरता से लेते हुए विभागीय अधिकारियों को पत्र लिख कर पंचायत में संचार सेवा शुरू कराने का आश्वासन दिया है.
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