रांची(RANCHI): किन्नर आम तौर पर शुभ कार्यक्रमों में पहुंचकर आशीर्वाद देते हैं. एक दौर था जब लोग किन्नरों के आने पर शुभ मानते थे और खुशी से खुद उन्हें पैसे और अन्य सामान देते थे. लेकिन यह वक्त अब बदल गया.अब किन्नर किसी शुभ कार्यक्रम में पहुंच कर मोटी रकम की मांग ऐसे करती है मानो वह किन्नर नहीं कोई अपराधी हो. पैसे की मांग पूरी नहीं होने पर किन्नर जान लेने तक उतारू हो गई है.आपके घर पर पत्थर चला सकती है,आपका घर तहश नहश कर सकती है.
ऐसा ही मामला बरियातू थाना क्षेत्र के एदलहातू से सामने आया है. यहां उमाशंकर के घर दो दिन पहले शादी हुई थी. इसकी जानकारी किन्नरों को मिल गई. बुधवार की सुबह दर्जनों किन्नर उमशंकर के घर पहुंच गई. घर पहुंचने के बाद उससे 50 हजार रुपये की मांग करने लगी. उमाशंकर एक मध्यम वर्ग से आते हैं उनके लिए 50 हजार रुपये की रकम काफी बड़ी थी. जब पैसा नहीं देने की बात कही इसपर किन्नर आग बबूला हो गए. पास में रखे ईट पत्थर चलाने लगे.और घर के लोगों के साथ मारपीट करने लगे. मानो किसी अपराधियों ने पत्थर से उसके घर पर हमला कर दिया हो. उमाशंकर का पूरा घर तहश नहश कर दिया. वहीं इस मामले में किन्नरों ने थाना में पहुँच कर अपना पक्ष रखा है. किन्नरों का कहना है कि उनलोगों पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है.
किन्नरों की बात में कितनी सच्चाई है यह तो उमाशंकर के घर को देखने से अंदाजा लग रहा है. कहीं ना कहीं किन्नरों का मनोबल इस लिए भी बढ़ा रहता है कि पुलिस उन्हें कुछ नहीं बोलती है. किन्नरों को पुलिस क्यों नहीं बोलती है इसके पीछे कई कारण हैं.
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