बोकारो(BOKARO): बोकारो से बीजेपी विधायक विरंची नारायण को अपने विधानसभा क्षेत्र में वोटरों के भारी नाराजगी का सामना करना पड़ा है. चास में स्कूल भवन का शिलान्यास करने गए ग्रामीणों ने विधायक का भारी विरोध किया. ग्रामीणों के विरोध करने के कारण विधायक विरंची नारायण बिना शिलान्यास किये ही बैरंग गांव से वापस लौट गए. हालांकि विधायक विरंची नारायण ने ग्रामीणों को समझाने का भरपूर प्रयास किया लेकिन इसका ग्रामीण पर कोई असर नहीं दिखा.
ग्रामीणों ने किया पुतला दहन
दरअसल बीजेपी विधायक विरंची नारायण स्कूल भवन का शिलान्यास करने गए थे, वहां मौजूद ग्रामीणों ने उनका जमकर विरोध किया. विरोध का हाल ये था कि विधायक के सामने ही ग्रामीणों ने उनका पुतला दहन कर दिया. ग्रामीण झारखंडी एकता जिंदाबाद के नारे लगाते हुए विधायक को गांव से बाहर जाने को कहते रहे. भारी विरोध और फजीहत के बाद विधायक विरंची नारायण को गांव से बिना शिलान्यास किये ही लौटना पड़ा.
जानिए क्या कहते हैं ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना था कि विधायक पिछले चार साल में गांव का हाल जानने नहीं आये अब जब इसी साल चुनाव होना है तो विधायक गांव का दौरा कर रहे है, स्कूल का शिलान्यास कर रहे हैं. ये पूरा मामला चास प्रखंड के सोना बाद गांव का मामला है जहां विधायक का भारी विरोध हुआ. ये गांव झारखंड और बंगाल के बॉडर पर है और काफी पिछड़ा माना जाता है.
रिपोर्ट: संजय कुमार
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